अयोध्या: ऋण खातेदार की पहचान करना शिक्षक को पड़ा महंगा, बैंक खाते के संचालन पर लगी रोक
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मिल्कीपुर/ अयोध्या, अमृत विचार। हैरिंग्टनगंज ब्लॉक में स्थित बडौदा यूपी बैंक शाखा पलिया लोहानी के एक किसान क्रेडिट कार्ड खाते में खाता धारक की पहचान करना एक सेवानिवृत्त शिक्षक को महंगा पड़ गया। शाखा प्रबन्धक ने शिक्षक के बैंक खाते में प्राप्त पेंशन के भुगतान पर ही रोक लगा दी है। जिसके लिए सेवानिवृत शिक्षक तहसील से लेकर बैंक के उच्चाधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगा रहा है।
सेवानिवृत्त शिक्षक दल बहादुर सिंह(70) ने मंगलवार को बताया कि उनका 40 वर्ष पुराना बैंक खाता बडौदा यूपी बैंक शाखा पलिया लोहानी हैरिंग्टनगंज में है। उनकी पेंशन इसी बैंक खाते में आती है। उन्होंने बताया कि रनापुर निवासी एक विधवा द्वारा अपने खाते की नौ बीघा भूमि पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाते समय बैंक में खाता खुलवाया था। जिस पर उन्होंने खाताधारक की पहचान की थी। महिला खातेदार का बैंक की ओर से दो लाख 49 हजार रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड बनाया गया था। जिसमें से कृषक महिला द्वारा एक लाख 47 हजार रुपये आहरित कर लिया गया था। उक्त पैसा जमा न होने से ब्याज समेत तीन लाख से अधिक के देनदारी हो गई। उक्त खाता अब एनपीए हो गया है। शिक्षक का आरोप है कि उन्होंने खाता खुलते समय खाताधारक की पहचान की थी।
इसलिए शाखा प्रबंधक अंकित श्रीवास्तव ने नवंबर 2023 में उनके बैंक खाते के संचालन पर रोक लगा दी। जिससे आज तक उन्हें पेंशन का एक रुपया भी नहीं मिला। वहीं बैंक शाखा प्रबंधक अंकित श्रीवास्तव का कहना है कि बैंक की ओर से विधिक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की गई है। मेरे द्वारा जानबूझकर कुछ भी ऐसा नहीं किया गया है।
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