अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शुरू नहीं हुआ ब्लड बैंक

अल्मोड़ा, अमृत विचार। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक खोले जाने की मांग अब तक अधर में लटकी है। ब्लड बैंक का संचालन न होने के कारण मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती मरीजों के तीमारदारों को खून के लिए जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ रही है। कॉलेज में ब्लड बैंक खोलने की प्रक्रिया फिर ठंडे बस्ते में चली गई है।
मेडिकल कॉलेज में विभिन्न प्रकार के जटिल रोगों के ऑपरेशन के दौरान व हादसों में घायल लोगों के उपचार के लिए अक्सर खून की जरूरत पड़ती है। लेकिन यहां ब्लड बैंक संचालित न होने से मरीजों के तीमारदारों को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पर निर्भर रहना पड़ता है। अगर यहां भी तत्काल खून की व्यवस्था नहीं हो सकी तो मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है।
नगर के अनेक संगठन कई बार मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक खोलने की मांग कर चुके हैं। बीती 22 फरवरी को ब्लड बैंक खोलने की संभावना को लेकर ड्रंग कंट्रोल विभाग की टीम ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण भी किया था। जिसमें शामिल सेंट्रल ड्रग स्टेंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन एम्स ऋषिकेश के डॉ. मनीष कुमार व सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट समेत अनेक अधिकारी शामिल रहे।
इस टीम को मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर ब्लड बैंक खोले जाने के लिए अपनी रिपोर्ट देनी थी, लेकिन एक पखवाड़े से अधिक समय बीतने के बाद भी इस मामले में कोई प्रगति नहीं हो पाई है। जिस कारण अब भी मरीजों के तीमारदारों को मेडिकल कॉलेज में खून की जरूरत पड़ने पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा का कहना है कि ब्लड बैंक खोले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।