काशीपुर: मनरेगा में दो हजार मजदूरों ने सरेंडर किए जॉब कार्ड

कुंदन बिष्ट, काशीपुर, अमृत विचार। मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों में स्वीकृत दैनिक मजदूरी को लेकर काम करने की इच्छा नहीं है। यही कारण है कि जॉब कार्ड सत्यापन में ब्लॉक के दो हजार मजदूरों ने अपने जॉब कार्ड सरेंडर कर दिए हैं।
दरअसल मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्र में सीसी रोड, सिंचाई नालिया, तालाब, विभागीय सड़कों के निर्माण समेत अन्य कामों में मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है। मनरेगा ने ब्लॉक क्षेत्र में 11 हजार मजदूरों के जॉब कार्ड बनाए थे। लेकिन हाल में ही हुए सत्यापन में पता चला कि दो हजार जॉब कार्ड धारकों ने दैनिक मजदूरी को लेकर काम करने की इच्छा नहीं जताई है। इनमें 13 सौ पुरुष जबकि 700 महिला मजदूर शामिल हैं।
वहीं अन्य सभी मजदूरों को आधार सिस्टम से भी जोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2023 में दैनिक मजदूरी 203 रुपए से बढ़ाकर 230 रुपए की गई है। इसके बावजूद मजदूर स्वीकृत दैनिक मजदूरी में काम करने के इच्छुक नहीं है।
कोट....
दैनिक मजदूरी वर्ष 2023 में 203 रुपए से बढ़ाकर 230 कर दी गई है। सत्यापन के दौरान लगभग दो हजार कार्ड धारकों ने स्वीकृत दैनिक मजदूरी में काम नहीं करने की इच्छा जाहिर कर कार्ड सरेंडर कर दिए है। अब 11 हजार की जगह 9 हजार जॉब कार्ड धारक रह गए हैं।
-पवन चौहान, उप कार्यक्रम अधिकारी (मनरेगा), काशीपुर ब्लॉक।