Pilibhit News: महापंचायत में किया ऐलान- जलभराव से मुक्ति दिलाए रेलवे वरना मिट्टी से पाट देंगे अंडरपास

Pilibhit News: महापंचायत में किया ऐलान- जलभराव से मुक्ति दिलाए रेलवे वरना मिट्टी से पाट देंगे अंडरपास

पूरनपुर, अमृत विचार: आंदोलनकारी किसानों के दिल्ली की सीमाओं पर संघर्ष के बीच पूरनपुर रेलवे स्टेशन पर किसान महापंचायत ने गुरुवार को दिनभर पुलिस-प्रशासन को बेचैन रखा। आंदोलन के राष्ट्रवापी स्वरूप को देखते हुए प्रशासन चौकन्ना रहा। रेलवे परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया।

छावनी में तब्दील स्टेशन पर किसानों से ज्यादा पुलिस बल दिखाई दिया। महापंचायत में किसानों का प्रमुख मुद्दा जिले में रेलवे अंडरपासों को जलभराव से मुक्त कराना रहा। रेलवे के आश्वासन पर किसानों ने पिछले 34 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन धरना भी स्थगित कर दिया है।

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन-अराजनैतिक के नेतृत्व में किसान पिछले 34 दिनों से रेलवे स्टेशन पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि रेलवे अंडरपासों में जलभराव का गंभीर संकट बना है। इसे दूर किया जाए। दुधिया खुर्द रेलवे स्टेशन के अंडरपास में जलभराव का विरोध करने वाले किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाएं।

इन्हीं मांगों को लेकर वे आंदोलनरत थे। रेलवे अधिकारियों के संज्ञान न लेने पर गुरुवार को किसानों ने महापंचायत बुलाई। इस मंडलीय महापंचायत के आयोजन ने प्रशासन की नींद उड़ा दी। चूंकि एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलन शुरू हो चुका है। यही वजह रही कि यहां महापंचायत को लेकर पुलिस-प्रशासन सुबह से ही खासा चौकन्ना रहा। कोतवाली, सेहरामऊ और घुंघचिहाई थाने की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।

 किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रेलवे स्टेशन पहुंचे। हालांकि सीओ आलोक सिंह के आश्वासन पर किसानों ने शक्ति प्रदर्शन से किनारा किया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अन्य किसान संगठनों के नेता और मंडलीय पदाधिकारी पहुंचे। किसान नेताओं का कहना था कि कि रेलवे ने जो अंडरपास बनाए हैं।

उनमें तीन से सात फिट तक पानी भर जाता है। उसमें किसानों के वाहन फंसते हैं। दुधिया खुर्द के अंडरपास में पिछले साल एक किसान का ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में बंद हो गया। सारा धान खराब हो गया। ट्रैक्टर का इंजन सीज हुआ। मरम्मत में किसान के 50 हजार रुपये बर्बाद गए। अगर जलभराव नहीं होता, तो किसान का बेवजह का खर्चा नहीं होता। ये गंभीर समस्या है। अव्वल तो रेलवे को इसकी जांच करनी चाहिए। उस इंजीनियर पर मुकदमा करे, जिसने ये अंडरपास बनवाए और डिजाइन किए हैं।

हरद्रोह ब्रांच नहर के पास एक अंडरपास बना है। उसमें हर दम पानी भरा रहता है। किसान कंबाइन और अनाज व भूसे से भरे भारी वाहन निकाल नहीं सकते। गन्ना ट्रॉला नहीं निकलते। किसानों और ग्रामीणों के बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए स्कूल जाने में मुश्किल होती है। लेकिन रेलवे के अधिकारी बेफिक्र हैं।

उल्टा, दुधिया खुर्द में जिन किसानों ने इस पर विरोध दर्ज कराया, उनके विरुद्ध मुकदमें लिख दिए गए। किसानों ने प्रशासन को चेताया है कि अगर जलभराव की समस्या दूर नहीं हुई तो किसानों को अंडरपासों में मिट्टी भरने को मजबूर होना पड़ेगा। इसकी जिम्मेवारी प्रशासन, रेलवे और राज्य सरकार की होगी।

किसानों ने महापंचायत के फैसले की कॉपी डीआरएम को भेजी है। रेलवे अधिकारियों को संबोधित मांगपत्र कोतवाल प्रवीण कुमार को भी दिया। रेलवे के कुछ इंजीनियर भी मौके पर पहुंचे। फिर ये आश्वासन मिला कि अंडरपासों में जलभराव की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए मोटर लगाई जाएगी। समय के साथ स्थायी हल किया जाएगा। किसी अन्य किसान पर नया मुकदमा नहीं होगा। जिन पर मुकदमें लिखे जा चुके हैं, जांच में संभव होगा तो उन्हें भी राहत दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

बोले- किसानों को पीटने के लिए लगाई पुलिस
किसान नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों को पीटने के लिए पुलिस पूरी तैयारी के साथ आई है। हमारा उनसे कहना है कि वे अपने किसी अधिकारी से कहें कि अपने बच्चों को लेकर उन अंडरपासों से गुजरें, जिससे किसानों के बच्चे रोज निकलते हैं। उन्हें अंदाजा हो जाएगा कि किसान किस मुश्किल का सामना कर रहे हैं। और उनकी मांग कितनी उचित है। कम से कम हमारी समस्या का कोई समाधान तो करें।

महापंचायत में ये रहे शामिल
महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन-अराजनैतिक के मंडल अध्यक्ष अरुण सिंह राठी, बदायूं जिलाध्यक्ष रामचंद्र यादव, बरेली जिलाध्यक्ष तेजपाल गंगवार, पीलीभीत जिलाध्यक्ष मंजीत सिंह, दिनेश कुमार, भारतीय किसान यूनियन-टिकैत के प्रदेश सचिव स्वराज सिंह, देवी दयाल समेत बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ के अलावा सीओ आलोक सिंह, कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, सेहरामऊ इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह, घुंघचिहाई इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।

दिल्ली कूच को तैयार रहें किसान
महापंचायत के दौरान किसान नेताओं ने किसानों से कहा कि वे दिल्ली कूच के लिए तैयार रहें। किसान संगठनों की बैठकें चल रही हैं। जैसे ही कोई संदेश मिलता है, उसके आधार आगे की कार्यवाही की जाएगी। किसानों ने एमएसपी समेत अन्य मुद्दे भी उठाएं हैं।

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