टनकपुर: ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग दफ्तर में की तालाबंदी, नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया

टनकपुर: ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग दफ्तर में की तालाबंदी, नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया

टनकपुर, अमृत विचार। पिछले लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में बरसात के दिनों में जल निकासी के पुख्ता व्यवस्था न होने के कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आक्रोशित ग्रामीणों ने टनकपुर स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचकर कार्यालय में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया।

इस दौरान धरना स्थल पहुंचे एसडीएम आकाश जोशी और मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि दीपक रजवार के ठोस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने दो घंटे धरना देने के बाद फिलहाल धरना कार्यक्रम स्थगित कर दिया। साथ ही उन्होंने प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इस समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो वह सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।

मालूम हो कि किरोड़ा नाले व अन्य बरसाती नाले से बरसात के दिनों में नगर से लगे गांव आमबाग, मोहनपुर, ककरालीगेट, ज्ञानखेड़ा, बिचई, मनिहारगोठ, सैलानीगोठ आदि क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति पैदा हो जाती है जिससे न सिर्फ ग्रामीणों की फसल तहस-नहस होती है बल्कि घरों में भी जल भराव से लोगों को भारी  दिक्कतों से दो चार होना पड़ता है। साथ ही लोगों को आवाजाही में भी खासी दिक्कतें आती है। 

इधर गुरुवार को ग्राम पंचायत मोहनपुर की ग्राम प्रधान राधिका चन्द और पूर्व बीडीसी सदस्य हरिओम सेठी के नेतृत्व में क्षेत्र के ग्रामीण सिंचाई विभाग दफ्तर पहुंचे जहां उन्होंने सर्वप्रथम मुख्य कार्यालय में तालाबंदी कर सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वहीं कार्यालय के समक्ष  प्रदर्शन करते हुए धरने में बैठ गए। इस दौरान एसडीएम आकाश जोशी और मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि दीपक रजवार भी धरना स्थल पर पहुंच गए। दोनों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही बरसात के दिनों में किरोड़ा नाले से गांव की ओर आने वाले जल प्रवाह को रोकने के लिए किरोड़ा क्षेत्र में सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाएगा। 

वहीं ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वह जल निकासी के मामले में लगातार ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं। जिसके कारण लंबे समय से यह मामला लटका हुआ है। सिंचाई विभाग के एसडीओ आरके यादव ने बताया कि यहां जल निकासी व्यवस्था के लिए शासन को पूर्व में एस्टीमेट भेजा जा चुका है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद शीघ्र ही जल निकासी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों व सीएम प्रतिनिधि के ठोस आश्वासन पर ग्रामीणों ने दो घंटे तक धरना प्रदर्शन के बाद अपराह्न 1 बजे धरना कार्यक्रम स्थगित कर दिया साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इस समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। 

धरना प्रदर्शन करने वालों में मोहनपुर की ग्राम प्रधान राधिका चन्द,ज्ञानखेड़ा के ग्राम प्रधान नरी राम, उप प्रधान दीपक पचोली, बीडीसी सदस्य अशोक पाल, पूर्व बीडीसी सदस्य हरिओम सेठी,अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य अंबादत पंत, आमबाग के प्रधान पति दीपक चन्द,रमेश चन्द,हिमांशु उप्रेती, कैलाश चंद्र भट्ट, तनुज पचोली, ललिता देवी, तुलसी देवी, राकेश पांडे, वार्ड सदस्य रेनू पाल, राधा खत्री, सैलानीगोठ की उप प्रधान गीता चन्द, जगदीश चन्द, कैलाश कलोनी, ललित शर्मा, कैप्टन चंद्रशेखर गहतोड़ी, पूर्व सैनिक कृपाल पंत समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

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