बरेली: दवा लेने गए चचेरे भाइयों की हादसे में मौत

राजपुर कलां/गुलड़िया, अमृतविचार। बिना हेलमेट के दवा लेने जा रहे दो चचेरे भाइयों की शनिवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतकों में एक 17 साल का किशोर था तो दूसरा 11 साल का मासूम। उनकी बाइक को तेज रफ्तार पिकअप ने सिरौली-अलीगंज मार्ग पर टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक भाई …

राजपुर कलां/गुलड़िया, अमृतविचार। बिना हेलमेट के दवा लेने जा रहे दो चचेरे भाइयों की शनिवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतकों में एक 17 साल का किशोर था तो दूसरा 11 साल का मासूम। उनकी बाइक को तेज रफ्तार पिकअप ने सिरौली-अलीगंज मार्ग पर टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक भाई की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस के मुताबिक, शनिवार को क्षेत्र के शिवपुरी गांव निवासी गजेन्द्र शर्मा का 17 वर्षीय बेटा प्रभात अपने चचेरे भाई निखिल(11) को दवा दिलाने के लिए बाइक से गांव नामदार गया था। दवा लेने के बाद दोनों घर वापस आ रहे थे। रास्ते में अलीगंज-सिरौली मार्ग पर पीर बाबा के भट्ठे के पास अलीगंज की ओर से आ रही पिकअप ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों भाई बाइक से करीब पांच मीटर दूर जा गिरे। उनके सिर पर हेलमेट नहीं था जिसके कारण गंभीर चोट आई। प्रभात ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल निखिल को अस्पताल भेजा लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

बच्चों की मौत से गांव में सन्नाटा
दो भाइयों की सड़क हादसे में मौत की सूचना जैसे ही शिवपुरी गांव पहुंची वहां शोक की लहर दौड़ गई। गांव में मातम छाया हुआ है। दोनों किशोरों की मां और पिता अपने बच्चों को याद करके बार-बार चीखने लगते हैं। गजेन्द्र शर्मा उनकी पत्नी और निखिल के पिता व मां का रो रोकर बुराहाल है।

हेलमेट होता तो बच सकती थी जान
दोनों की उम्र कम थी। इसके बाद भी घर से बाइक लेकर निकल पड़े। दोनों में से किसी ने भी हेलमेट नहीं लगाया था। यदि सिर पर हेलमेट लगा होता तो उनकी जान बच जा सकती थी। दोनों के सिर पर ही गंभीर चोटें आई हैं। हेलमेट होता तो शायद यह अनहोनी नहीं होती।