समाजसेवा में बीता बचपन... लावारिसों को खिलाते रहे खाना, अब मिलेगा विवेकानंद यूथ अवार्ड, सरकार करेगी सम्मानित

समाजसेवा में बीता बचपन... लावारिसों को खिलाते रहे खाना, अब मिलेगा विवेकानंद यूथ अवार्ड, सरकार करेगी सम्मानित

सुलतानपुर। सामाजिक कार्यों में सदैव लगे रहने वाले जनपद के लंभुआ तहसील के तेरये गांव के युवा अभिषेक ने जिले का मान प्रदेश में बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सेवा क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे बड़े पुरस्कार स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड से इन्हें सम्मानित करेगी। इस अवार्ड में 50,000 रुपये की राशि, विवेकानंद की कांस्य प्रतिमा दी जाएगी। साथ ही एक सड़क आवार्डी के नाम से बनेगी।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश से 10 युवाओं को अलग अलग-अलग क्षेत्रों में यह पुरस्कार दिया जाता है। 12 जनवरी को युवा दिवस पर लखनऊ में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। बताते चले कि अभिषेक छोटी सी उम्र में ही सामाजिक कार्यों में लग गए। अब तक 27 वर्ष की उम्र में 35 बार रक्तदान कर चुके अभिषेक प्रतीदिन लावारिश असहायों को टीम के साथ भोजन वितरित करते है।

रक्तदान के साथ लावरिशों की देखभाल, लावारिश शव का अंतिम संस्कार, पौधरोपण, झुग्गी झोपड़ी के बच्चों की निशुल्क शिक्षा आदि सेवा कार्य अभिषेक के द्वारा किये जा रहे हैं। अभिषेक ने बताया आज से नौ वर्ष पूर्व जब वह स्नातक की पढ़ाई के लिए सुलतानपुर में आये तो उनकी मुलाकात डॉ सुशील सिंह से हुई।

उन्हीं से सेवा कार्यों में प्रेरणा मिली। उसके बाद डॉ. आशुतोष एवं डॉ. सुधाकर सिंह के मार्गदर्शन में निरंतर सेवा का अभियान चलता रहा। अभिषेक वर्तमान में गायत्री परिवार, अंकुरण फाउंडेशन एवं वन डे हंगर स्ट्राइक के साथ कार्य कर रहे हैं। अभिषेक का चयन इस पुरस्कार के लिए होने से जनपदवासियों में खुशी की लहर है।

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