इटावा महोत्सव : बी प्राक के गीतों पर झूमें युवा… SSP को खुद संभालना पड़ा मोर्चा, पुलिस का गुस्सा कुर्सियों पर उतारा

इटावा महोत्सव में टूटी कुर्सियां।

इटावा महोत्सव : बी प्राक के गीतों पर झूमें युवा… SSP को खुद संभालना पड़ा मोर्चा, पुलिस का गुस्सा कुर्सियों पर उतारा

इटावा महोत्सव के समापन को यादगार बनाने के लिए देर रात मेगा बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भीड़ पर नियंत्रण न हो सका, तो एक घंटे में ही कार्यक्रम खत्म करा दिया।

इटावा, अमृत विचार। इटावा महोत्सव के समापन को यादगार बनाने के लिए देर रात मेगा बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जाने माने बॉलीवुड सिंगर बी प्राक के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिंगर बी प्राक को सुनने के लिए हजारों की संख्या में युवा पहुंचे। उम्मीद से अधिक भीड़ पहुंचने के चलते बी प्राक का कार्यक्रम महज एक घंटे में ही जिला प्रशासन की ओर से समाप्त करवा दिया गया।

रात 8 बजे से होने वाले आयोजन के लिए शाम 5 बजे से ही महोत्सव पंडाल के अंदर हजारों की तादात में लोग अपने फेवरेट सिंगर बी प्राक को सुनने के लिए वहां मौजूद थे। पुलिस और प्रशासन को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आगरा, कानपुर, औरैया, मैनपुरी समेत अन्य जिलों से लोग बी प्राक को सुनने इटावा महोत्सव पंडाल पहुंचे थे।

इटावा महोत्सव के 5 हजार की क्षमता वाले पंडाल में करीब 15 हजार लोग पहुंचने से अफरातफरी मच गयी। इसी के साथ पंडाल के बाहर भी हजारों की तादात में युवा कार्यक्रम समाप्त होने तक डटे दिखाई दिए। पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने के बावजूद भी पंडाल में रखी गयीं 400 कुर्सियां टूट गयीं।

Etawah News (22)

शनिवार रात इटावा महोत्सव में देश के नामी और युवाओं के पसंदीदा सिंगर प्रतीक बच्चन उर्फ बी प्राक मेगा बॉलीवुड नाईट में शामिल होने पहुंचे थे। हजारों की तादाद में बी प्राक के चाहने वाले लोग महोत्सव पंडाल पहुंचे। करीब 20 से 25 हजार श्रोता बी प्राक को सुनने के लिए पहुंचे थे। जिला प्रशासन ने जितने भी इंतेजमा किए थे, भीड़ के आगे सारे फेल दिखाई दिए।

कार्यक्रम रात 8.23 बजे शुरू होकर 9.23 बजे ही समाप्त कर दिया गया। जिला प्रशासन भीड़ को काबू करने में ना कामयाब दिखाई दिया। पंडाल में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पंडाल कर्मचारी टूटी हुई कुर्सियों को समेटते दिखाई दिए। एक कर्मचारी ने बताया कि करीब 400 कुर्सियां टूट गई हैं। भीड़ अधिक होने के चलते पंडाल में बैरिकेडिंग के साथ ही परदे आदि को भी फाड़ दिया गया।

बैक टू बैक गीतों पर थिरके लोग , हुआ धमाल

रूह मेरी तड़पेगी जानी दिल भी रोयेगा.....मैंनू तेरा मन भरया....तेरी मिट्टी में मिल जावा.., मैं किसी और का हूं फिलहाल कि तेरा हो जाऊं.., सारी दुनिया जला देंगे..,दिल तोड़ के हंसती हो मेरा बफाएं मेरी याद करोगी.., मेरी जिंदगी से जाने का क्या लोगे तुम.., सब कुछ लुटा देंगे सारे होश गंवा देंगे अगर तुझे हो गया कुछ सारी दुनियां जला देंगे, जैसे बैक टू बैक गानों के जरिए बॉलीवुड व पंजाबी सिंगर बी प्राक में महोत्सव मंच पर जमकर धमाल मचाया। तेज संगीत और झिलमिलाती लाइटों के साथ उन्होंने खराब गले का हवाला देते हुए लोगों से साथ में गाने के अपील की। आयोजन के लिहाज से पिछले कुछ वर्षों में जहां कई मशहूर हस्तियों ने इटावा महोत्सव के मंच पर अपनी प्रस्तुति दी है । 

मीडिया और वीआईपी को भी किया अनदेखा

कार्यक्रम के आयोजन के दौरान पुलिस और प्रशासन की फेल व्यवस्थाओं के चलते मीडिया कर्मी भी जद में आ गए। कई मीडिया कर्मियों के साथ पुलिस सुरक्षाकर्मियों द्वारा अभद्रता करने के आरोप भी लगे हैं। जिला प्रशासन ने अपने करीबियों और परिवारीजनों की व्यवस्थाओं के आगे मीडिया कर्मियों को बैठना तो दूर खड़े होने के लिए स्थान तक मुहैया नहीं करवाया, जिसको लेकर स्थानीय मीडिया में जिला प्रशासन के प्रति खासा रोष भी दिखाई दिया। यही हाल वीवीआईपी और वीआईपी का भी रहा। 

सेल्फी लेने वालों पर भांजी लाठी 

बी प्राक को देखने और फोटो लेने के लिए पूरे दिन उनके फैंस अतिथि विशिष्ट सुमेर सिंह किला वन विभाग गेस्ट हाउस पर मौजूद रहे। हालांकि सुरक्षा दृष्टि के चलते लोगों के फोटो सेशन तो दूर बी प्राक को देखना भी वहां संभव नहीं हो सका। इस बीच भीड़ अधिक होने और कार्यक्रम के दौरान उन्हें पंडाल तक ले जाने के लिए पुलिस को दो बार लाठियां भी फटकारनी पड़ी इसके चलते भगदड़ की स्थिति बन गई हालांकि इन सबके बावजूद हजारों श्रोताओं ने और खास तौर पर युवतियों ने पंडाल के अंदर बी प्राक के गीतों पर जमकर झूमती और आनंद लेती भी दिखाई दी।

जिला जज, सांसद समेत कई वीवीआईपी हुए परेशान

प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बीच अत्यधिक भीड़ के चलते सभी गैलरी में लोगों की भीड़ व पुलिस की मौजूदगी के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिला जज समेत सांसद प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया उनके परिजनों को अपने सोफे तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इसके अलावा डीएम व अन्य अधिकारियों के परिवारीजन भी कड़ी मशक्कत के बाद जब अपने सोफे तक पहुंचे तो वहां जगह न होने पर उनके लिए अलग से डी ब्लॉक में सोफे और कुर्सी आदि लगाये गये। वहीं अधिकांश गैलरी में जो लोग वीवीआईपी पास लेकर पहुंचे थे उनके आगे भी लोगों के खड़े हो जाने से लोगों को कार्यक्रम खड़े होकर देखना पड़ा।

एसएसपी को खुद संभालना पड़ा मोर्चा

कहने को तो पूरे पंडाल में एसपी सिटी, एसपी क्राइम एसपी ग्रामीण समेत कई सीईओ, थानाध्यक्ष व बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था लेकिन इसके बावजूद बढ़ती है अवव्यवस्था के चलते एसएसपी संजय कुमार वर्मा को खुद ही रेलिंग फांदकर मोर्चा संभालना पड़ा। दरअसल बेकाबू हो रही भीड़ और अवव्यवस्था के चलते प्रशासन की भी सांस अटकी हुई थी लिहाजा कार्यक्रम को जल्द से जल्द खत्म करना पड़ा। लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कई बार धक्कामुक्की भी की, साथ ही लाठियां भांजकर लोगों को शांत रहने के लिए कहा गया।

पुलिस का गुस्सा कुर्सियों पर उतारा

पंडाल में भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने अव्यवस्था होते देख पंडाल में बी प्राक के गीतों पर झूम रहे युवाओं को भी बैठाना शुरू कर दिया। शोर मचा रहे युवाओं को यह नहीं भाया तो उन्हों गुस्से में आकर कुर्सियों को तोड़ना ही शुरू कर दिया। युवा हाथों में कुर्सियां लेकर पटकते तो कोई कुर्सी पर खड़े होकर ऐसे उछल रहा था कि पंडाल में बैठने के लिए डाली गई सैकड़ों कुर्सियां कबाड़ में तब्दील हो गईं।

ये भी पढ़ें- Kanpur Crime: कान में लीड लगाकर रेलवे ट्रैक पार करना युवक को बन गया काल, चपेट में आने से मौत