लखनऊ: भैंस के खूंटे के नीचे से 20 लाख के गहने बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार

पांच घरों का ताला तोड़कर आरोपियों ने चोरी किए थे गहने, डीसीपी पश्चिम ने किया खुलासा

लखनऊ: भैंस के खूंटे के नीचे से 20 लाख के गहने बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ, अमृत विचार। भैंस बांधने के लिए गाड़े गए खूंटे के नीचे से पुलिस ने 20 लाख रुपये के गहने बरामद किए हैं। ये गहने बंद घरों के ताले तोड़कर पार किए गए थे। चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गैंगेस्टर के आरोपी मास्टर माइंड समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार गया है।

डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बुधवार को चोरी की पांच घटनाओं का खुलासा किया। बताया 28 दिसंबर की रात ठाकुरगंज इलाके में रहने वाले डॉ. सैय्यद गौर अब्बास के घर से लाखों के गहने चोरी हाे गये थे। पीड़ित की तहरीर पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस व सर्विलांस टीम आरोपियों की तलाश में जुटी थी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई। 

मंगलवार को मेहंदीघाट बंधा रोड ढलान के समीप ऋषि कोरी निवासी मोहनीपुरवा हुसैनाबाद, देवा उर्फ देवेंद्र निवासी बसागढ़ी थाना गुडम्बा और करन निवासी परागीखेड़ा, थाना अतरौली जिला हरदोई को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने पांच घरों का ताला तोड़कर चोरी का जुर्म कबूल किया। 

देवेंद्र की निशानदेही पर उसके तबेले से भैंस बांधने के लिए गाड़े गए खूंटे के नीचे से चोरी किए गए करीब 20 लाख के सोने- चांदी के गहने बरामद किए गए। आरोपियों ने डॉ. सैय्यद गौर के अलावा मड़ियांव इलाके में रहने वाले सफदर रिजवी, सत्येंद्र कुमार, मो. अरशद और राम गोपाल के घरों के ताले ताेड़कर गहने चोरी करने की जानकारी दी। इंस्पेक्टर ठाकुरगंज श्रीकांत राय ने बताया आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

हिस्ट्रीशीटर है मास्टर माइंड ऋषि, विभिन्न थानों में 31 रिपोर्ट दर्ज

टेलर का काम करने वाला ऋषि कोरी गिरोह का मास्टर माइंड है। उसके खिलाफ लखनऊ के विभिन्न थानों में गंभीर धाराओं में 31 मामले दर्ज है। इसके खिलाफ ठाकुरगंज और नाका हिंडोला पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की। देवा दूध बेचने का कार्य करता था। उसके खिलाफ तीन थाने में मर्डर समेत गंभीर धाराओं में सात रिपोर्ट दर्ज की गयी। एक बार उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गयी। करन किराना की दुकान पर काम करता था। उसके खिलाफ ठाकुरगंज थाने में एक बार रिपोर्ट दर्ज की गयी है।

जेल में ऋषि और देवा एक-दूसरे के संपर्क में आये

डीसीपी ने बताया ऋषि वर्ष 2018 से चोरी की वारदात अंजाम दे रहा है। वह कई बार जेल जा चुका है। मर्डर के मामले में सजा काट रहे देवा से उसकी मुलाकात जेल में हुई थी। तीसरा आरोपी करन किराना की दुकान पर काम करता था। वह ऋषि के घर में किराये पर रहता था। आरोपी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में घूमकर ताला बंंद घरों की रेकी करते थे। इसके बाद चाेरी की वारदात अंजाम देते थे। डीसीपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से गहनों के अलावा एक बाइक भी बरामद की गयी है। किन लोगों को वे लोग गहने बचते थे, पता किया जा रहा है।

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