वाराणसी: काशी में हाड़ कंपाने वाली ठंड से सहमे लोग, न अलाव जल रहे न बंटे कंबल, गरीब बेहाल

वाराणसी। शिव की नगरी काशी में ठंडक बढ़ती जा रही है वहीं कोहरे का भी सितम देखने को मिल रहा है। सर्द हवाओं के कारण सर्दी ने जोर पकड़ लिया है। ठंड से ठिठुरते लोग इसके बचाव के लिए चाय की भट्ठी के पास सिमटे दिखाई पड़ रहे हैं। कुछ गरीब इधर उधर पड़ी लकड़ी, टायर व कागज को जला कर सर्दी से निजात पाने का जुगाड़ कर रहे हैं।
हालांकि प्रशासन द्वारा अभी तक अलाव जलाने और कम्बल बँटवाने की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे गरीब अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। उन्हें अभी तक कंबल और अलाव नसीब नहीं हुआ है।
क्या कहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता
राजातालाब निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता का कहना है कि लोग नव वर्ष में इधर उधर घूम कर नये वर्ष की शुरूआत करते है। लेकिन हम लोग नव वर्ष का स्वागत गरीबों व जरूरत मंदों की सेवा कर करेंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी गरीब ज़रूरतमंदों और बच्चों के बीच कंबल का वितरण करूंगा। मुझे लोगों की सेवा करने से संतुष्टि मिलती है। इस सेवा कार्य के लिए लोगों से मदद की अपील भी कर रहा हूँ।
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