UP: वो चला गया कैसे जीऊंगी पापा, पैर में गोली लगने से कैसे मर सकता है, सिपाही की मौत से रो-रोकर बदहवास हुई मंगेतर
सिपाही की मौत के बाद रो-रोकर बेहाल हुई मंगेतर।

कन्नौज में सिपाही की गोली लगने से कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पुलिस कर्मियों से मंगेतर सिपाही की नोकझोंक हुई।
कानपुर, अमृत विचार। सोमवार को कन्नौज में हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर कुर्की का नोटिस चस्पा करने गई पुलिस पर ताबड़तोड़ 40 राउंड फायरिंग करने के मामले में बाएं पैर पर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल जिला मुज्जफरनगर के शाहडब्बर थाना बुढ़ाना निवासी सिपाही सचिन राठी की इलाज के दौरान काकादेव थानाक्षेत्र में स्थित निजी अस्पताल में देर रात 12.50 मिनट पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों को जैसे ही मौत की जानकारी हुई तो महकमे में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पुलिस के आलाधिकारियों को दी गई।
मंगलवार को अस्पताल से कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद जैसे ही सिपाही के शव को एंबुलेंस से भेजा जाने लगा तो मृतक की सिपाही मंगेतर सौरिख थाने में तैनात कोमल सिपाही के पिता के साथ रोते बिलखते बदहवास हालत में बोली वो चला गया कैसे जीऊंगी पापा।
इस पर लोगों ने वहां मौजूद अन्य लोगों भी बिलखने लगे। अस्पताल से वह लोग सब पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पहुंचे और पोस्टमार्टम होने तक कार में ही बैठे रहे। लाइट चली जाने के कारण पोस्टमार्टम में देरी हुई। इसके बाद करीब ढाई घंटे बाद जब शव को ले जाया जाने लगा तो कार में बैठकर पुलिसकर्मियों की हलचल देखकर महिला सिपाही बाहर आ गईं।
मृतक सिपाही के पिता जब तक उसे संभालते वह पुलिसकर्मियों से गाड़ी रोकने के लिए कहने लगी। घटना से आक्रोशित मंगेतर सिपाही ने तुरंत शव ले जाने वाली एंबुलेंस को रोकने के लिए अड़ गई। जब तक परिजन उसे संभालते उसकी सिपाहियों से नोकझोंक शुरू हो गई। मंगेतर का साफ कहना था कि पहले ये बताओ पैर में गोली लगने से वो कैसे मर सकता है।
किसी तरह मृतक सिपाही के पिता ने मनाने के बाद कार में बैठाने की कोशिश की तो मंगेतर बोली कि बैठा लो गाड़ी में लेकिन मैं चलती गाड़ी से कूद जाऊंगी। इस दौरान कुछ देर तक वहां पर अफरातफरी की स्थिति बनी रही। इसके बाद ठठिया थाने की फोर्स शव को लेकर कन्नौज के लिए रवाना हो गई।
अधिक रक्तसत्राव से मौत होना बताया
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर बिधनू सीएचसी के डॉक्टर राजेश सिंह ने बताया कि सिपाही के बाईं जांघ में गोली लगी थी। जिसके कारण उसकी नसें फट गईं थी। अधिक रक्तस्त्राव के कारण उसकी जान चली गई। घटना के बाद पुलिस तुरंत सिपाही को लेकर कानपुर के निजी अस्पताल लेकर पहुंची जहां ऑपरेशन में गोली निकाल ली गई थी। लेकिन इसके बाद भी खून बहने बंद नहीं हो रहा था। जिससे हालत बिगड़ती गई और उसने दम तोड़ दिया।