बरेली: आठ साल से अटकी सहायक अध्यापकों की पदोन्नति, पचास फीसदी स्कूलों में रिक्त हैं हेड मास्टर के पद
अफसरों का दावा-शासन में भेजी जा चुकी है शिक्षकों की सूची
बरेली, अमृत विचार : बेसिक शिक्षा विभाग में आठ वर्षों से सहायक अध्यापकों की पदोन्नति नहीं हुई है, जबकि पचास फीसदी प्राइमरी स्कूलों में हेड मास्टर के पद रिक्त हैं। अफसरों का दावा है कि पदोन्नति के लिए शिक्षकों की सूची शासन को भेज दी है। विभागीय सूत्रों के अनुसार करीब 11 महीने से पदोन्नति की प्रक्रिया शासन स्तर से चल रही है।
इस संबंध में पदोन्नति के लिए जिले से 327 शिक्षकों की सूची शासन को भेजी दी गई है। इसमें सबसे अधिक 258 शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों के हैं, जबकि शहर से 65 और फरीदपुर नगर से चार शिक्षकों के नाम सूची में शामिल हैं। जिले में 2482 परिषदीय स्कूल हैं। इनमें आधे से ज्यादा विद्यालयों में हेड मास्टर के पद रिक्त चल रहे हैं।बीएसए संजय सिंह ने बताया कि शासन से सूची पर मुहर लगने के बाद ही अगली प्रक्रिया शुरू होगी।
शिक्षक पदोन्नति की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए, ताकि प्रधानाध्यापकों के रिक्त पद भी भरा जा सकें।- चंद्रकांता माथुर, सहायक अध्यापक
अधिकांश विद्यालयों में कार्यवाहक प्रधानाध्यापक बनकर सहायक अध्यापक जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जिसके लिए उनको किसी प्रकार का अतिरिक्त भत्ता भी नहीं मिलता है।- सारिका सक्सेना, सहायक अध्यापक
शिक्षकों की पदोन्नति के लिए लंबे समय से संगठन प्रयासरत है। इस संबंध में दोबारा महानिदेशक को पत्र भेजा गया है।- डाॅ. विनोद कुमार शर्मा, मंडल अध्यक्ष, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ
शिक्षक एवं कर्मचारियों को एक समय अंतराल के बाद पदोन्नति का अवसर मिलना चाहिए। इससे उनकी कार्य क्षमता बढ़ती है। उन्हें अनेक विशिष्ट कार्य करने के मौके मिलते हैं।- सीमा कश्यप, सहायक अध्यापक