राष्ट्रीय स्कूली एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पदक विजेताओं कों मिलेगी निशुल्क परिवहन सेवा, नौकरी में होगा चयन, मंत्री ने की घोषणा
अमृत विचार लखनऊ: राजधानी के गुरुगोविंद सिंह स्पोर्ट कॉलेज में राष्ट्रीय स्कूली एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आज चौथा दिन है। इस प्रतियोगिता में मंगलवार को यूपी के परिवहन मंत्री ने दयाशंकर सिंह ने सभी पदक विजेताओं को बड़ा तोहफा दिया है। ये विजेता खिलाड़ी अब यूपी की सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा कर सकेंगे। सभी विजेता खिलाड़ियों से पूरे प्रदेश में कहीं पर भी आने जाने का शुल्क नहीं वसूल किया जायेगा।
इसके अलावा प्रदेश में खाली पड़े पदों इन विजेता खिलाड़ियों को कोटे के तहत नौकरी भी दी जायेगी। परिवहन मंत्री मंगलवार को प्रतियोगिता में बातौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। परिवहन मंत्री ने कहा कि इस प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को भी अयोध्या, वाराणसी जैसे शहर में घूमने के लिए परिवहन विभाग की तरफ से निःशुल्क बस उपलब्ध करायी जायेगा। इस मौके पर एसजीएफआई के सदस्य व संयुक्त शिक्षा निदेशक शिविर भगवती सिंह भी मौजूद रहे। मंत्री की घोषणा सुनने के खिलाड़ी भी खुश हो गये।
माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा अंडर-14 आयु वर्ग के बालक बालिकाओं की 67वीं राष्ट्रीय स्कूली एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2023-24 के क्रम में चौथे दिन के समापन पर पदक तालिका में 4 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक के साथ हरियाणा प्रथम स्थान पर एवं 2 स्वर्ण, 3 रजत और 1 कांस्य के साथ उत्तर प्रदेश द्वितीय स्थान पर रहा। इसमें बालक वर्ग में डिस्कस थ्रो एवं 80 मी. बाधा दौड़ के फाइनल सम्पन्न हुए एवं बालिका वर्ग में लम्बी कूद एवं 80 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल सम्पन्न हुए। इस मौके पर विषिष्ट अतिथि गुलाब चंद शामिल हुए। गुलाब चंद को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गुलाब चंद एाशियन गेम्स में दो बार रजत पदक एवं एक बार कांस्य पदक प्राप्त कर चुके हैं।
बालक वर्ग में ये रहे आगे
प्रतियोगिता का नाम: डिस्कस थ्रो
प्रथम - आर्यन तनवर, हरियाणा 51.44 मीटर
द्वितीय - अमित कुमार, राजस्थान 50.12 मीटर
तृतीय - धीरज साहू, हरियाणा 48.81 मीटर
प्रतियोगिता का नाम: 80 मीटर बाधा दौड़
प्रथम - अनित ओरॉन, झारखण्ड 11.31 सेकण्ड
द्वितीय - प्रतिक प्रभाका कोली, महाराष्ट्र 11.44 सेकण्ड
तृतीय - अतुल यादव, उत्तर प्रदेष 11.56 सेकण्ड
बालिका वर्ग में ये रहें आगे
प्रतियोगिता का नाम: 80 मीटर बाधा दौड़
प्रथम - निधि मुरुदकर, कॉउसिल फॉर द इण्डियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेषन 12.94 सेकण्ड
द्वितीय - डी0 मेहीदा इपिपहेनही, तमिलनाडु 13.07 सेकण्ड
तृतीय - देवाश्री टी0वी0, केरल 13.16 सेकण्ड
प्रतियोगिता का नाम: लम्बी कूद
प्रथम - कोमल, हरियाणा 5.09 मीटर
द्वितीय - मीरूनिषा कुमार, तमिलनाडु 5.03 मीटर
तृतीय - षिवारंजनी एम, केरल 4.99 मीटर
खेल हमारे अदंर के आज्ञाकारिता गुणों को बढ़ावा देते हैं
इस मौके पर परिवहन मंत्री ने सभी विजेताओं को शुभकामना देते हुए कहा कि खेल हमारे अदंर के आज्ञाकारिता, अनुशासन, धैर्य, ईमानदारी और टीम भावना के गुणों को बढ़ावा देता हैं। आज के समय में तनाव और मानसिक आघात तेजी से विकसित होकर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं। खेल उन्हें इन समस्याओं से दूर ले जाने तथा नेक बनाने में उनकी सहायता करता हैं। उन्होंने पूर्व महामहिम राष्ट्रपति एपीजे कलाम को उद्धृत करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि सपने वे होते हैं, जो रात में सोने न दें और खुली आंखो से दिन में देखें जाते हैं, सोते समय देखे गए सपने, सपने नहीं होते।
ये अधिकारी भी निभा रहे अपनी भूमिका
पिछले तीन दिनों से आयोजित हो रही राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में माध्यमिक शिक्षा विभाग लखनऊ व लखनऊ मंडल की भी भूमिका अहम है। इसमें माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ महेन्द्र देव के नेतृत्व में आयोजन सचिव व जेडी माध्यमिक लखनऊ मंडल प्रदीप कुमार सहित काफी संख्या में अधिकारियों की टीम लगी हुई है। राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होने के नाते इसमें संयुक्त शिक्षा निदेशक कैम्प कार्यालय भगवती सिंह, संयुक्त शिक्षा निदेशक, विकास श्रीवास्तव, उप शिक्षा निदेशक लखनऊ मण्डल रेखा दिवाकर, उप शिक्षा निदेशक सर्व शिक्षा अभियान उत्तर प्रदेश डॉ. मुकेश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक गोरखपुर एवं मीडिया प्रभारी डॉ. अमरकान्त सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक अमेठी व कन्ट्रोल रूम प्रभारी रीता सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ राकेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक (द्वितीय) लखनऊ रावेन्द्र सिंह बघेल, दिवस अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक हरदोई, बालमुकुंद प्रसाद , सहायक शिक्षा निदेशक(बेसिक) राजेश कुमार वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक सीतापुर राजेन्द्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक अमरोहा, विष्णु प्रताप सिंह, सहायक निदेशक प्रतिमा सिंह, सहायक शिक्षा निदेशक (खेल) शिवानी, सह जिला विद्यालय निरीक्षक जयशंकर श्रीवास्तव, सह आंग्ल निरीक्षक मनीषा द्विवेदी, मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ दिनेश कुमार सहित कई कर्मचारी भी मौके पर डटे हुए हैं।