लखनऊ : SGPGI का स्थापना दिवस आज, 40 साल पहले रखी गई थी आधारशिला

लखनऊ अमृत विचार। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान का 40वां स्थापना दिवस आज मनाया जा रहा है। आज ही के दिन साल 1980 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने इस संस्थान की आधारशिला रखी थी। संस्थान में न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान से इलाज के लिए मरीज यहां पहुंचते हैं। इसके आलावा पड़ोसी देशों नेपाल, बांग्लादेश आदि से भी रोगी चिकित्सीय परामर्श के लिये SGPGI आते हैं।
हालिया वीक और हंसा रिसर्च सर्वे 2023 में, भारत के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की सूची में, एसजीपीजीआईएमएस ने देश के सरकारी अस्पतालों में रैंक में तीसरा स्थान हासिल किया। निदेशक, प्रोफेसर राधा कृष्ण धीमन के अनुसार, संस्थान भारत में प्रमुख अस्पताल बनने की आकांक्षा रखते हुए निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ प्रातः भर्ती रोगियो को पोषण पैक व शुभकामना कार्ड के वितरण के साथ शुरू हुआ।
इस अवसर को मनाने के लिए, हर साल की तरह, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
सुंदर हरे-भरे माहौल को और बेहतर बनाने के लिए एसजीपीजीआई परिसर में अमृत वाटिका में जेरेनियम, तुलसी, अश्वगंधा, सर्पगंधा, पामारो, सतावर, पीपली, स्टीविया और ब्राह्मी के पौधे लगाए जाएंगे।
स्थापना दिवस समारोह में उप मुख्यमंत्री ब्रिजेश पाठक मुख्य अतिथि होंगे। राज्य मंत्री चिकित्सा शिक्षा मयंकेश्वर शरण सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। जन स्वास्थ्य सहयोग के संस्थापक सदस्य डॉ. रमन कटारिया स्थापना दिवस अभिभाषण देंगे। डॉ. रमन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली से स्नातक और स्नातकोत्तर हैं और उन्हें सामान्य सर्जरी और बाल चिकित्सा सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल है। जन स्वास्थ्य सहयोग के संस्थापक सदस्य के रूप में, डॉ. रमन कटारिया ने छत्तीसगढ़ में ग्रामीण और आदिवासी आबादी के बड़े हिस्से को व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर काम किया है
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