पूर्व सेना प्रमुख बाजवा और अमेरिकी दूतावास अधिकारियों को बनाऊंगा गवाह : Imran Khan
इस्लामाबाद। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि वह गोपनीय राजनयिक दस्तावेज लीक मामले में अपने बचाव में गवाहों के रूप में पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा और अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को शामिल करेंगे। यह मामला उन आरोपों पर आधारित है कि खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मार्च 2022 में वाशिंगटन में दूतावास द्वारा भेजे एक पत्र के संबंध में देश के गोपनीय कानूनों का उल्लंघन किया।
सोमवार को एक विशेष अदालत ने खान और कुरैशी के खिलाफ कथित तौर पर गोपनीय राजनयिक दस्तावेज लीक करने के मामले में 12 दिसंबर को फिर से आरोप तय करने का फैसला सुनाया। गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में सुनवाई के दौरान अडियाला जेल में पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान 71 वर्षीय खान ने कहा, ‘‘मामले में गवाहों के रूप में जनरल बाजवा और अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को शामिल करूंगा। जनरल बाजवा ने डोनाल्ड लु के इशारे पर सब कुछ किया।’’
अमेरिकी राजनयिक लु दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि लु अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के जरिए उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की ‘‘विदेशी साजिश’’ में कथित तौर पर शामिल थे। क्रिकेटर से नेता बने खान ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में अनुमान जताया कि उनकी पार्टी आठ फरवरी को होने वाले चुनाव में जीत दर्ज करेगी। उन्होंने दावा किया कि उन्हें एक साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जेल में कोई दिक्कत नहीं है।
खान ने अपनी पत्नी बुशरा बीबी के पूर्व पति ख्वार मानेका द्वारा उनके खिलाफ लगाए आरोपों पर भी बात की। खान ने कहा कि उन्होंने अपने निकाह के बाद पहली बार अपनी पत्नी का चेहरा देखा था। पूर्व प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया कि बुशरा के बेटों को उनकी मां के खिलाफ बयान देने के लिए विवश किया जा रहा है। इस बीच, मामले के सह आरोपी कुरैशी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘मुझे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में किसी पद की जरूरत नहीं है।’’
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