जीतनराम मांझी पर आपा खोकर नीतीश कुमार ने किया दलितों का अपमान : सुशील मोदी
पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर भड़कने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि कुमार ने आपा खोकर दलितों का अपमान किया है।
मोदी ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि नीतीश कुमार ने महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी के बाद महादलित समाज के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के लिए जिस तरह से आपा खो कर "तुम-ताम" की भाषा का प्रयोग किया, उससे साफ है कि वे विक्षिप्त हो गए हैं और संवैधानिक पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं।
ये भी पढ़ें - संसद का शीतकालीन सत्र चार दिसंबर से 22 तक, संसदीय कार्य मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर दी जानकारी
उन्होंने कहा कि पलटूराम का भाषण पूरे दलित समाज का अपमान है। भाजपा सांसद ने एक मित्र के नाते सलाह दी कि अब नीतीश कुमार को अपने उत्तराधिकारी तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप कर आराम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उम्र में अपने से दस साल बड़े मांझी के लिए जिन अपमानजनक शब्दों का प्रयोग आंखें तरेरते हुए किया, वैसा यदि वे सदन के बाहर करते तो उन पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज होता।
मोदी ने कहा कि यदि जीतनराम मांझी किसी दूसरे समुदाय के होते तो नीतीश कुमार ऐसी गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल करने की हिम्मत नहीं करते। उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के लोग नीतीश कुमार के सड़क छाप बयानों का शर्मनाक बचाव करने के लिए बॉयलॉजी की पुस्तक से प्रजनन प्रक्रिया का पाठ पढाने पर उतर आये हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना और गलत संगत में पड़ना नीतीश कुमार के मानसिक संतुलन पर बहुत भारी पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें - गैर-संजीदगी, जल्दबाजी ने कांग्रेस का बेड़ा गर्क किया: सीएम मान