नीतीश कुमार ने कहा- विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर ज्यादा काम नहीं हो रहा, कांग्रेस का ध्यान अभी विधानसभा चुनाव पर

नीतीश कुमार ने कहा- विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर ज्यादा काम नहीं हो रहा, कांग्रेस का ध्यान अभी विधानसभा चुनाव पर

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री  ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की सक्रियता थमने के लिए बृहस्पतिवार को इस प्रमुख घटक कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को फिलहाल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में दिलचस्पी है तथा विपक्षी मोर्चे को आगे बढ़ाने की उसे चिंता नहीं है।

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जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नेता ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की ओर से आयोजित ‘‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’’नामक रैली के दौरान यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस खुद सभी विपक्षी दलों को बुलाएगी। भाकपा महासचिव डी राजा जैसे वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बिहार के मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि केंद्र सरकार का विरोध करने वाले दल नया गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आए थे।

उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में उस मोर्चे पर बहुत प्रगति नहीं हुई है और लगता है कि कांग्रेस को पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में अधिक रुचि है। कुमार ने कहा, ‘‘अभी तो काम ज्यादा नहीं हो रहा है, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। कांग्रेस पार्टी को तो उसी में ज्यादा दिलचस्पी है।

कांग्रेस पार्टी को आगे रखकर इसे ('इंडिया' गठबंधन को) बढ़ाने के लिए हम सब एकजुट होकर काम कर रहे थे, लेकिन उनको इन सबकी चिंता नहीं है। अभी पांच राज्यों के चुनाव में लगे हुए हैं। चुनाव हो जाएगा तो अपने आप सबको बुलाएंगे। अभी तो चर्चा नहीं हो रही है’’ कुमार ने जून में यहां विपक्षी नेताओं की पहली बैठक की मेजबानी की थी।

इसी बैठक के बाद नए गठबंधन के लिए माहौल तैयार हुआ था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है और इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बिहार सांप्रदायिक गड़बड़ी से अपेक्षाकृत मुक्त रहा है। जदयू नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा इस तथ्य को छुपाने के लिए देश के इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है कि उसने स्वतंत्रता संग्राम कोई भूमिका नहीं निभाई थी।

डी राजा की ओर मुखातिब होते हुए उन्होंने 1980 के दशक से वाम दलों के साथ अपने घनिष्ठ संबंध को याद किया “जब भाकपा और माकपा ने मुझे मेरा पहला चुनाव जिताने में मदद करने के लिए मिलकर काम किया था।” सत्तर वर्षीय जदयू नेता ने कहा, ‘‘बिहार में हम वामपंथ के प्रगतिशील दृष्टिकोण की प्रशंसा करते थे। उस समय इसकी रैलियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होती थीं।’’

कुमार ने कहा, ‘‘सभी वामपंथी पार्टियों का मूल एक ही है। आपको फिर से एक इकाई बनने पर विचार करना चाहिए।’’ अपने भाषण में कुमार ने केंद्र में मौजूदा शासन के दौरान मीडिया को कथित रूप से दबाने की भी चर्चा करते हुए दावा किया कि राज्य में उनकी सरकार द्वारा किए गए अच्छे काम को पर्याप्त कवरेज नहीं दी जाती है।

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