मुरादाबाद : सरकारी विश्वविद्यालय बनने से विद्यार्थियों की दूर होगी परेशानी 

टेक्निकल, मेडिकल जैसे कोर्स के लिए दूसरे शहरों की नहीं लगानी पड़ेगी दौड़

मुरादाबाद : सरकारी विश्वविद्यालय बनने से विद्यार्थियों की दूर होगी परेशानी 

मुरादाबाद, अमृत विचार। सरकारी विश्वविद्यालय मंडल के छात्र-छात्राओं के लिए खुशियों की बहार लेकर आया है। साथ ही अभिभावकों के सर से अतिरिक्त खर्च का बोझ हटेगा। विद्यार्थियों को टेक्निकल और मेडिकल कोर्स के लिए दूसरे शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही महानगर के कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं तो छोटी-छोटी त्रुटियों को सही कराने के लिए बरेली तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

हिंदू कॉलेज में करीब 10,000 विद्यार्थियों का पंजीकरण है। यहां आर्ट, साइंस, कोमर्स, बीएड, एमएड समेत अन्य कोर्स की पढ़ाई होती है। वहीं केजीके कॉलेज में करीब 5,000 विद्यार्थियों का पंजीकरण है। यहां आर्ट, कॉमर्स, गणित समेत अन्य कोर्स की पढ़ाई होती है। ऐसे ही गोकुलदास गर्ल्स कॉलेज में करीब 1500 छात्राओं का पंजीकरण है। यहां भी टेक्निकल किसी कोर्स की पढ़ाई नहीं होती। साथ ही, विद्यार्थियों को छोटी-छोटी त्रुटि होने पर बरेली विश्वविद्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। जिनसे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसमें उनका समय और आर्थिक रूप से शोषण होता है। लेकिन, विश्वविद्यालय बनने से इन विद्यार्थियों को बरेली के चक्कर नहीं काटने पड़ेगा।

केजीके कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय बनने से जिन विद्यार्थियों को टेक्निकल कोर्स जैसे इंजिनियरिंग, मेडिकल आदि कोर्स के लिए विभिन्न शहरों में नहीं भटकना पड़ेगा। साथ ही अभिभावकों का आर्थिक शोषण भी नहीं होगा। इससे विद्यार्थियों के जीवन के नए रास्ते निकलेंगे। मंडल के लिए विश्वविद्यालय खुशियां की सौगात साबित होगा। साथ ही इससे रोजगार भी बढ़ेगा।


विश्वविद्यालय बनने से छात्राओं को बहुत अधिक लाभ होगा। परीक्षाफल व डिग्री से सम्बंधित छोटे-छोटे कार्याें के लिए बरेली के चक्कर लगाने पड़ते थे। बरेली जाने में छात्राओं का समय खर्च होता था व आर्थिक हानि भी होती थी लेकिन, अब मुरादाबाद में विवि की स्थापना होने से इन सबसे निजात मिलेगी। - श्रद्धा पाराशरी, छात्रा

मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय की स्थापना होने से छात्राओं में खुशी की लहर है। पहले टेक्निकल कोर्स के लिए दूसरे शहरों के चक्कर काटने पड़ते थे। जिसमें समय और आर्थिक समस्या दोनों का सामना करना पड़ता था। कई विद्यार्थियों को अभिभावकों द्वारा खर्च न उठाने की वजह से बीच में ही पढ़ाई रोकनी पड़ती थी। ऐसे विद्यार्थी के लिए भी पढ़ाई के रास्ते साफ होंगे। -आयुष शर्मा, छात्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद को सरकारी विश्वविद्यालय देकर यहां के लोगों पर बड़ा उपकार किया है। यह विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के आगे बढ़ाने के लिए खास प्लेटफार्म होगा। अब इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढ़ाई कम पैसे में हो जाएगी। जिससे विद्यार्थियों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुल जाएगा। - शुभम शर्मा, छात्र

विश्वविद्यालय बनने से रोजगार में बढ़ोतरी होगी। साथ ही विद्यार्थियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के नए रास्ते खुलेंगे। पहले हमें छोटी-छोटी त्रुटियों को सही कराने के लिए बरेली के चक्कर काटने पड़ते थे। जिसमें कई कई दिन खराब हो जाते थे। विश्वविद्यालय बनने से उसमें पढ़ने वालों के साथ अन्य विद्यार्थियों को भी लाभ होगा।- अक्षत मल्होत्रा, छात्र

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