बरेली: बारिश ने बढ़ाई धान में नमी, केंद्रों पर तौल थमी

मंडी पहुंच रहे अधिकतर किसानों के धान में 20 से 25 प्रतिशत तक निकल रही नमी

बरेली: बारिश ने बढ़ाई धान में नमी, केंद्रों पर तौल थमी

फोटो- डेलापीर गल्ला मंडी परिसर में सूखने को धूप में फैलाया गया धान।

बरेली, अमृत विचार। तीन दिन पहले हुई बारिश ने धान की पकी फसल में नमी बढ़ा दी है। जिसके चलते क्रय केंद्रों पर धान खरीद भी थम गई है। मंडियों में अधिकतर किसानों के धान में 20 से 25 प्रतिशत तक नमी निकल रही है। ऐसे में उनको मंडी परिसर में ही धान सुखाना पड़ रहा है।

विपणन विभाग के अफसरों का कहना है कि जिस तरह धूप निकल रही है। अगर इस तरह मौसम बना रहा तो धान में नमी कम होने के साथ ही खरीद की रफ्तार अगले सप्ताह बढ़ जाएगी। गुरुवार को डेलापीर मंडी स्थित सरकारी क्रय केंद्रों पर धान लेकर पहुंचे किसानों को केंद्र प्रभारियों ने नमी अधिक बताकर लौटा दिया।

विभाग के अनुसार 17 प्रतिशत से अधिक नमी का धान नहीं खरीदा जा सकता है। भिंडौलिया के किसान गुरुदेव ने बताया कि धान की फसल गीली होने पर समर्थन मूल्य पर नहीं बिक रही है। व्यापारी 1500 से 1800 रुपये क्विंटल तक धान खरीद रहे हैं।

डिप्टी आरएमओ कमलेश पांडेय ने बताया कि जिले में तीन अक्टूबर से धान खरीद चल रही है। धान खरीद से पहले कुछ नियमों को भी शासन स्तर से लागू किया गया है। इसके तहत पांच प्रतिशत क्षतिग्रस्त, बदरंग, अंकुरित और 17 प्रतिशत नमी वाला धान ही लिया जाएगा।

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