एलएलबी में ईडब्ल्यूएस में प्रवेश को लेकर हंगामा, बरेली कॉलेज में एक छात्रा को प्रवेश देने का मामला

बरेली, अमृत विचार। बरेली कॉलेज में एलएलबी प्रथम वर्ष में प्रवेश के मामले में मंगलवार को कॉलेज और रुहेलखंड विश्वविद्यालय में जबरदस्त विरोध हुआ। एक छात्रा के ईडब्ल्यूएस में प्रवेश के बाद लोगों ने अन्य छात्रों की मांग की। हालांकि छात्रा के प्रवेश के लिए दस्तावेज तो जमा हो गए लेकिन उसका ऑनलाइन शुल्क जमा करने से रोक दिया गया है। अब सवाल खड़ा होता है कि कुछ ही देर में विश्वविद्यालय के ऑनलाइन पोर्टल में छात्रा का पंजीकरण किसने और कैसे किया। क्या इस तरह का खेल पहले भी चल रहा है।
एलएलबी में प्रवेश के लिए मंगलवार को एक छात्रा पहुंची। छात्रा ने बरेली कॉलेज के पोर्टल पर तो ईडब्ल्यूएस में आवेदन किया था लेकिन विश्वविद्यालय के पोर्टल में पंजीकरण में आवेदन नहीं किया था। इसकी वजह से उसे प्रवेश से रोक दिया गया। कुछ घंटे बाद छात्रा फिर प्रवेश के लिए पहुंची तो उसने विश्वविद्यालय के पोर्टल पर भी ईडब्ल्यूएस में आवेदन का टिक दिखा दिया। इस पर उसके प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई। जब इस बारे में दूसरे छात्रों को पता चले तो वह विश्वविद्यालय गए लेकिन उनका पंजीकरण अपडेट करने से मना कर दिया गया, तो उन्होंने हंगामा किया।
इस पर जब विश्वविद्यालय से कॉलेज की ओर से संपर्क किया गया तो छात्रा का शुल्क जमा करने से रोकने के निर्देश दिए गए। अब यह पता लगाया जा रहा है कि कुछ ही देर में पोर्टल पर छात्रा का आवेदन किसने अपडेट किया। मुख्य प्रवेश नियंत्रक प्रो. वंदना शर्मा ने बताया कि एक छात्रा के प्रवेश को लेकर दिक्कत हुई। विश्वविद्यालय के निर्देश पर अभी शुल्क जमा करने से रोक दिया गया है।
एमएड में प्रवेश के लिए रिक्त सीटों पर 9 को प्रवेश
विश्वविद्यालय परिसर स्थित एमएड विभाग में एमएड प्रथम वर्ष में मंगलवार को प्रवेश हुए। इसके बाद कुछ सीटें रिक्त रह गई हैं। विभागाध्यक्ष प्रो. रश्मि अग्रवाल के मुताबिक जिन अभ्यर्थियों ने प्रवेश प्रक्रिया में प्रतिभाग किया है या फिर जिन्होंने प्रवेश के लिए आवेदन किया है, वह 9 अक्टूबर को सुबह 10 से 12 बजे तक विभाग में प्रवेश के लिए उपस्थित हों। रिक्त सीटों के आधार पर अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
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