विनय हत्याकांड में खुलासा, 52 बीघा जमीन के लिए था अरुण सिंह से विवाद, परिजनों ने जताई यह आशंका

विनय हत्याकांड में खुलासा, 52 बीघा जमीन के लिए था अरुण सिंह से विवाद, परिजनों ने जताई यह आशंका

लखनऊ, अमृत विचार। विनय श्रीवास्तव हत्याकांड में परिजनों ने एक और नया खुलासा किया है। परिजनों ने आशंका जताई है कि जमीन विवाद के चलते विनय की साजिश के तहत हत्या की गई है। परिजनों का कहना है कि अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी और विनय श्रीवास्तव के बीच पहले से ही 52 बीघा की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।

जमीन की रजिस्ट्री परिजनों के नाम करने को लेकर नाराज था विकास

मृतक विनय श्रीवास्तव की मां छाया श्रीवास्तव ने बताया कि अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी और विनय ने लखनऊ देहात के एक गांव में 52 बीघा जमीन खरीदी थी। इसमें बंटी और विनय दोनों ने पैसे लगाए थे, पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई थी। कुछ समय पूर्व ही विनय ने फोन करके अपने बड़े भाई विकास श्रीवास्तव से पूछा था कि जमीन की रजिस्ट्री होनी है, किसके नाम पर कराई जाए। 

बड़े भाई विकास ने जमीन की रजिस्ट्री मां छाया के नाम कराने की बात कही थी। पर बंटी रजिस्ट्री परिजनों के नाम कराने की बात पर नाराज हो गया, वह पूरी जमीन पर किसी प्रोजेक्ट को शुरू करने का प्लान कर रहा था। इसी बात को लेकर बंटी और विनय के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई थी।

जमीन आपस में बांटने की थी प्लानिंग

छाया ने बताया कि बंटी ने कई बार विनय को मना किया था कि वह जमीन को परिजनों के नाम पर रजिस्ट्री न कराए। पर विनय ने बंटी की बात नहीं मानी। इसीलिए बंटी ने साजिश करके अपने दोस्तों के साथ मिलकर विनय की हत्या करा दी। इस हत्याकांड की साजिश में सभी शामिल थे, पर पुलिस ने गलत कहानी बनाकर सिर्फ अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम बाबा को गिरफ्तार किया। अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी और सौरभ रावत को बेकसूर बताकर छोड़ दिया।

बयान में विरोधाभाष

मृतक के भाई विकास श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के उपरांत उसने खुद ही सौरभ रावत की मां को कॉल करके पूछा था तो उन्होंने बताया था कि सौरभ रात 12:00 बजे घर आ गया था। जबकि पुलिस के अनुसार सौरभ रात करीब 1:00 से 1:30 बजे चारबाग से खाना लेकर विकास किशोर के घर पहुंचा था। दोनों के बयान में विरोधाभास है। साफ है कि बयानों को उलट-पुलट कर केस को कमजोर किया जा रहा है।

 सोशल मीडिया पर विनय ने जताई थी हत्या की आशंका

 

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर के ठाकुरगंज थानांतर्गत बेगरिया के माधवपुर स्थित मकान में भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव के हत्याकांड मामले में एक और नया खुलासा सामने आया है। विनय के सोशल मीडिया अकाउंट्स से पता चला है कि उसे पूर्व से आशंका थी कि उसकी जान को खतरा है।

विनय ने कुछ दिनों पूर्व ही अपनी एक रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इस रील में विनय ने मैसेज दिया था कि ‘’जाको राखे साइयां मार सके न कोय’’। वहीं पोस्ट के कमेंट बॉक्स में कई लोगों ने विनय से पूछा था कि किससे खतरा है, ऐसी पोस्ट क्यों की, पर विनय ने किसी का नाम नहीं लिया, बस इतना कहा कि उसके कई दुश्मन हैं।

कोर्ट में याचिका दायर करेगा विनय का परिवार

मृतक विनय श्रीवास्तव के बड़े भाई विकास श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल वे पुलिस की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस जुआ और शराब की मनगढ़ंत कहानी बनाकर केस को दबा रही है। विकास ने कहा कि फिलहाल उन्होंने अपील की है कि पुलिस अपने स्तर से निष्पक्ष जांच करके सभी दोषियों को सजा दे। अगर इसके बाद भी न्याय नहीं मिलता तो वे पुलिस रिपोर्ट के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करेंगे और मुख्यमंत्री व डीजीपी से मुलाकात करके एसआईटी जांच की मांग करेंगे।

ये भी पढ़ें : ICC Cricket World Cup : KL Rahul का भारत की विश्वकप टीम में शामिल होना तय, संजू सैमसन होंगे बाहर