बरेली: टमाटर ने तोड़ा पांच साल का रिकॉर्ड, कई और सब्जियों पर भी महंगाई की मार

बरेली, अमृत विचार। भारी बारिश और कई राज्यों में बाढ़ के हालात बनने से इस साल टमाटर की कीमत ने पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। इससे पहले 2018 में टमाटर 80 से 90 रुपये किलो बिका था। इसके अलावा अदरक समेत कुछ अन्य सब्जियों के दाम में पांच साल बाद तेजी देखने को मिली है।
डेलापीर मंडी में 20 दिन पहले तक 20 से 25 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 200 रुपये प्रति किलो तक बिक गया। धनिया, मिर्च, गोभी के दाम भी बढ़े हैं। अदरक के दाम भी 200-240 रुपये किलो हो गए हैं। राहत की बात यह है कि एक दो दिन से सब्जियों के दाम थोक मंडी में स्थिर हैं। आढ़तियों का कहना है कि दूसरे राज्यों में भारी बारिश से टमाटर के दामों में उतार-चढ़ाव कुछ दिन तक जारी रहेगा। टमाटर जल्दी खराब हो जाता है, आवक भी कम है, इस वजह से दाम बढ़-घट रहे हैं।
भाव बढ़ने से खपत भी घटी
टमाटर के भाव बढ़ने के साथ ही जिले में इसकी खपत पर भी असर पड़ा है। बारिश से पहले रोजाना एक हजार क्विंटल टमाटर की मांग थी। अब यह घटकर 800 क्विंटल के करीब रह गई है, इसमें भी 400 क्विंटल टमाटर पड़ोसी जिलों में चला जाता है। मंडी में इस समय टमाटर का थोक भाव 120 रुपये प्रति किलो चल रहा है, जबकि फुटकर में 130 से 160 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।
250 ग्राम से कम टमाटर नहीं
टमाटर महंगा होने पर उसकी न्यूनतम तौल भी तय हो गई है। फुटकर विक्रेता 250 ग्राम से कम टमाटर ग्राहकों को नहीं दे रहे हैं। सोमवार सुबह कटरा चांद खा में एक महिला ने दुकानदार से 200 ग्राम टमाटर तौलने को कहा तो उसने 250 ग्राम से कम देने से इन्कार कर दिया। विक्रेता ने कहा कि 250 ग्राम से कम तौलने पर उसे घाटा होगा। इसके बाद महिला ने मजबूरी में 250 ग्राम टमाटर लिए।
25 जुलाई के बाद घट सकती हैं कीमतें
वेजिटेबल फ्रूट ट्रेडर्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष शुजाउर रहमान के मुताबिक बरेली में स्थानीय स्तर पर अमरोहा, मुरादाबाद से टमाटर आता है। बारिश में आवक कम होने पर पुणे से टमाटर की खेप आ रही है, जबकि अदरक पुणे, बंगलूरू, कुमाऊं से आती है। कुछ राज्यों में बारिश का कहर जारी होने के चलते आवक प्रभावित होने से दाम बढ़े हैं। 25 जुलाई के बाद दाम कम होने की उम्मीद है।
भारी बारिश से बढ़ी दिक्कत
डेलापीर मंडी के आढ़ती आबिद ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों में खेतों में जलभराव होने से सब्जियों की फसल खराब हो गई। बची फसल से ही लागत और मुनाफा निकालने के चक्कर में सब्जियों पर महंगाई बढ़ गई है। टमाटर ही नहीं धनिया, मिर्च, अदरक, फूल गोभी की फसल को नुकसान हुआ है। मंडी में इनकी आवक पर भी फर्क पड़ा है।
थोक भाव
20 दिन पहले और अब के दाम प्रति किलो
सब्जी पहले अब
भिंडी 20 से 25 35 से 40
टमाटर 20 से 25 100 से 115
फूल गोभी 40 से 50 65 से 70
धनिया 60 से 80 120 से 150
मिर्च 35-40 70 से 80
अदरक 150 से 160 200 से 240
आलू पुराना 11 से 13 15 से 16
आलू नया 18 से 20 20 से 22
प्याज 11 से 14 16 से 20
तोरई 15 से 20 30 से 45
अर्बी 28 से 30 30 से 35
शिमला मिर्च 18 से 20 25 से 35
कटहल 35 से 40 75 से 80
लौकी 08 से 10 15 से 20
करेला 10 से 12 20 से 25
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