असम: वन्यजीव अभयारण्य में वन रक्षकों और अतिक्रमणकारियों के बीच झड़प, एक मौत पांच घायल

असम: वन्यजीव अभयारण्य में वन रक्षकों और अतिक्रमणकारियों के बीच झड़प, एक मौत पांच घायल

तेजपुर। असम के सोनितपुर जिले के बुरहाचपोरी वन्यजीव अभयारण्य में कथित अतिक्रमणकारियों और वन रक्षकों के बीच सोमवार को हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।

ये भी पढ़ें - दिल्ली। राहत शिविरों में आंखों में जलन और त्वचा पर एलर्जी के मामले ज्यादातर आ रहे हैं सामने 

अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नागांव वन्यजीव प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) जयंत डेका ने कहा कि कुछ दिनों पहले जंगल से हटाए गए कथित अतिक्रमणकारी पिछले कुछ दिनों से बुरहाचपोरी वन्यजीव अभयारण्य के अंदर फिर से जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया, “आज करीब 800-900 लोग छुरे, लाठियों और अन्य धारदार हथियारों से लैस होकर जमीन पर कब्जा करने आये थे।

हमारे लोगों ने उन्हें ऐसा न करने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इसके उलट वन रक्षकों पर हमला कर दिया।” डेका ने कहा कि ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर पड़ोसी नागांव जिले के विभिन्न इलाकों से आए ग्रामीणों के हमले में कम से कम तीन वन रक्षक घायल हो गए। उन्होंने कहा, “आत्मरक्षा में, वन रक्षकों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं। हाथापाई में, शायद कुछ गोलियां भीड़ को भी लगीं।

स्थानीय पुलिस आ गई है और उन्होंने हमें बताया कि एक महिला की मौत हो गई है और दो अन्य लोग घायल हो गए हैं।” असम में सबसे बड़े अतिक्रमणरोधी अभियानों में से एक में, प्रशासन ने फरवरी में बुरहाचपोरी वन्यजीव अभयारण्य और आसपास के राजस्व गांवों में 2,099 हेक्टेयर भूमि को खाली कराया था, जिससे लगभग 12,800 लोग प्रभावित हुए।

ये भी पढ़ें - नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा-  विपक्ष के एकजुटता का कदम स्वागत योग्य, लोकतंत्र में सत्ता साझेदारी की जरूरत