अयोध्या : बदले की आग में किया वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, यात्रियों में अफरा-तफरी
अमृत विचार, अयोध्या । हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत (22549) पर पथराव का मामला सामने आया है। सोहावल स्टेशन से आगे ट्रेन पर दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई। इस दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन की कई बोगियों के खिड़की के शीशे क्षतिग्रस्त हुए हैं। पुलिस के मुताबिक 9 जुलाई को वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से पांच बकरियों की मौत हो गई थी। इसलिए बकरी मालिक ने अपने पुत्रों के साथ ट्रेन पर पथराव किया है। पिता व दो पुत्रों समेत चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मंगलवार को ट्रेन निर्धारित समय सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर गोरखपुर के प्लेटफॉर्म संख्या 2 से रवाना हुई। अयोध्या से जैसे ही आगे बढ़ी सोहावल और देवराकोट के बीच लखौरी गांव के पास 8 बजकर 40 मिनट पर पांच मिनट के लिए कोच के दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे, यात्री घबरा गए। ट्रेन के साथ चल रहे रेलवे के स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को संभाला। हालांकि ट्रेन रुकी नहीं और अपनी रफ्तार से आगे बढ़ती रही। रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने कंट्रोल रूम को सूचना दी।
ट्रेन मैनेजर रितेश सिंह ने बताया कि चार खिड़कियों के शीशे चटके हैं। किसी यात्री को चोट नहीं आई है। अराजकतत्वों ने दोनों तरफ से पत्थर चलाए थे। पत्थर लगने से कोच संख्या सी 1, सी 3 और एग्जीक्यूटिव कोच के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए। पत्थर चलने के दौरान यात्री घबरा गए थे। कोच के अंदर अफरा-तफरी मच गई थी।
अयोध्या रेलवे स्टेशन के आरपीएफ प्रभारी एसके सिंह ने बताया कि ट्रेन में मौजूद स्टाफ के द्वारा सूचना मिलने के बाद मौके पर जांच पड़ताल शुरू करा दी गई। गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन का संचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जुलाई को गोरखपुर से हरी झंडी दिखाकर किया था। 9 जुलाई से ट्रेन का नियमित संचालन शुरू हो गया है। गोरखपुर-लखनऊ-गोरखपुर ट्रेन पर पथराव के बाद यात्रियों में दहशत मची हुई है।
घटना के समय मेरे बेटे स्कूल गए थे
वंदे भारत ट्रेन पर पथराव करने के मामले में रौनाही पुलिस ने लखौरी गांव के पिता और दो नाबालिग पुत्रों समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है। रौनाही थाने पहुंची शोभावती ने बताया कि जिस समय यह घटना हुई उसके दोनों बच्चे स्कूल गए थे। एक लड़का कक्षा 9 में तो दूसरा कक्षा 11 का छात्र है। दोनों सुबह सात बजे ही स्कूल चले गए थे। शोभावती ने बताया कि उसके पति मन्नू और पड़ोसी युवक लकी को भी पुलिस थाने में ले आई है। उसे बताया गया कि बकरियों के कटने के मामले में मुआवजा देने के लिए सभी को थाने में बुलाया गया है।
बकरियों की मौत से आक्रोश में था परिवार
एसएसपी राजकरण नैय्यर ने बताया कि ट्रेन के संचालन के पहले दिन 9 जुलाई को छह बकरियां ट्रेन की चपेट में आ गई थीं। स्थानीय पुलिस और आरपीएफ ने जांच शुरू की तो पता चला कि लखौरी गांव के मन्नू की बकरियों की मौत हो गई थी। इसी आक्रोश में मन्नू और उसके दोनों बेटों ने ट्रेन पर पथराव किया था। हालांकि इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित हैं। हिरासत में तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। खबर लिखे जाने तक किसी भी प्रकार का एफआईआर नहीं लिखी जा सकी थी।
हदबंदी में उलझी रही आरपीएफ और स्थानीय पुलिस
वंदे भारत पर पथराव होने के बाद प्रशासन और रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सुबह घटना होने के बाद आरपीएफ और स्थानीय पुलिस जांच पड़ताल में शाम तक जुटी रही। सूत्र बताते हैं मामला दर्ज करने में आरपीएफ व स्थानीय पुलिस देर शाम तक हदबंदी में उलझी रही।
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