बरेली: चार करोड़ से संवरेंगे अलखनाथ मंदिर और तुलसीमठ
श्रद्वालुओं, पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पर्यटन विभाग ने शुरू की कवायद, लखनऊ से आए आर्किटेक्ट ने दोनों स्थलों का तैयार किया नक्शा, जल्द बनेगी डीपीआर

बरेली, अमृत विचार : नाथ नगरी को नए स्वरूप में लाने के लिए बीडीए की योजना है। पर्यटन विभाग ने भी धार्मिक स्थलों के कायाकल्प के लिए कवायद को तेज कर दी है। शहर में अलखनाथ और तुलसी मठ को संवारने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। करीब चार करोड़ की लागत से दोनों धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
श्रद्धालुओं की सुख, सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा। रविवार को लखनऊ से आर्किटेक्ट विवेक, सहयोगी रवि यादव के साथ बरेली पहुंचे, जहां पर वनमंत्री डॉ. अरुण कुमार, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह, पर्यटन सूचना अधिकारी मनीष कुमार सिंह के साथ दोनों आर्किटेक्ट अलखनाथ और तुलसी मठ पहुंचे।
जहां पर स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर काफी देर तक वार्ता हुई। महंत से भी राय ली गई। आर्किटेक्ट ने दोनों स्थलों का नक्शा तैयार कर लिया है। उसी डिजाइन में अलखनाथ और तुलसी मठ में नए सिरे से इंतजाम किए जाएंगे।
दोनों स्थलों पर पर्यटकों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए करीब चार करोड़ का खर्च आएगा। नक्शा बनने के बाद एक बार टीम और लखनऊ से जांच करने के लिए आएगी। पर्यटन विभाग भी जल्द ही डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजेगा।
श्रद्धालुओं के लिए यह बढ़ेंगी सुविधाएं: कार्ययोजना के तहत अलखनाथ मंदिर में डबल स्टोरेज में मल्टीपरपज/सत्संग भवन बनाया जाएगा। इसमें श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर काम होगा। तीन करोड़ का प्रस्ताव तैयार हो रहा है।
इसी तरह से तुलसी मठ में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार परिक्रमा मार्ग बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है। परिक्रमा मार्ग इस तरह से बनेगा, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर के आसपास परिक्रमा करने में आसानी रहेगी। इसमें एक करोड़ का खर्च आएगा।
अलखनाथ मंदिर और तुलसीमठ में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। वन मंत्री की मौजूदगी में लखनऊ से आए आर्किटेक्ट ने दाेनों स्थलों का नक्शा तैयार कर लिया है। मंत्री ने भी स्वीकृति दी है। डीपीआर तैयार कर जल्द ही शासन को भेजी जाएगी।- मनीष कुमार सिंह, पर्यटन सूचना अधिकारी
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