बरेली: सीओ की जांच से संतुष्ट नहीं मृतका के परिजन

बरेली, अमृत विचार। दहेज हत्या के मामले में जांच कर रहे सीओ पर पीड़ित पक्ष को भरोसा नहीं है। उनका कहना है कि सीओ ने बयान दर्ज कराने गई महिलाओं से अभद्रता की। उनके लिए अपशब्द बोले। इसलिए उनकी जांच को सीओ से हटाकर किसी अन्य सर्किल अफसर से कराई जाए। इसके बाद यह जांच …
बरेली, अमृत विचार। दहेज हत्या के मामले में जांच कर रहे सीओ पर पीड़ित पक्ष को भरोसा नहीं है। उनका कहना है कि सीओ ने बयान दर्ज कराने गई महिलाओं से अभद्रता की। उनके लिए अपशब्द बोले। इसलिए उनकी जांच को सीओ से हटाकर किसी अन्य सर्किल अफसर से कराई जाए। इसके बाद यह जांच एसपी सिटी को भेज दी गई है।
कैंट के नकटिया निवासी आकाश शर्मा ने बताया कि उनकी बहन प्रियंका की शादी 10 जून 2015 को गणेश नगर निवासी सोनू उर्फ शोभित के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद ससुराल वाले प्रियंका से दहेज में एक बाइक और दो लाख रुपये दहेज की मांग करते थे। इस बात को लेकर उनका चार बार विवाद भी हुआ और फिर परिवार के लोगों ने बैठाकर समझौता करवा दिया।
आरोप है कि 19 अगस्त को उन्हें प्रियंका के ससुर ने फोन पर सूचना दी कि प्रियंका की तबियत खराब है। जब वह मौके पर पहुंचे तो प्रियंका बेसुध पड़ी थी। उसका शरीर नीला पड़ गया था और मुंह से झांग निकल रहा था। इसके बाद वह उसे दोनों अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए भर्ती करने से मना कर दिया और मौत हो गई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
31 अगस्त को उनके परिवार की महिलाए सीओ सेकेंड के ऑफिस में बयान दर्ज कराने पहुंची तो उन्होंने उनके साथ अभद्रता की और अपशब्द भी कहे। मंगलवार को आकाश शर्मा एसएसपी ऑफिस पहुंचे और सीओ सेकेंड से अपनी जांच हटाने की फरियाद लगाई। उनका कहना था की सीओ सेकेंड से उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है। इसपर शिकायत सुन रहे एसपी ट्रैफिक ने उनकी जांच एसपी सिटी से कराने की निर्देश दिए है।
नकटिया के व्यक्ति ने सीओ सेकेंड से जांच हटाने की मांग की थी। वह उनपर कुछ आरोप लगा रहे थे। इसके बाद उस जांच को एसपी सिटी को मामला भेज दिया है। -सुभाष चंद्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक