अयोध्या के तापमान पर सर्वे कर रही बेल्जियम की यूनिवर्सिटी
तापमान को काबू करने के लिए पौधरोपण, बिल्डिंग डिजाइन और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को किया जाएगा लागू
अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या में विकास से प्रभवित हो रहे पर्यावरण को अनुकूल बनाने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण के द्वारा अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी और बेल्जियम यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों के तापमान पर सर्वे कराया जा रहा है। इस सर्वे के दौरान यह देखा जा रहा है कि जिन-जिन जगहों पर पेड़ कटे हैं उस स्थान का तापमान कितना है? उसी के अनुसार तापमान को स्थिर रखने के लिए जद्दोजहद की जाएगी।
अयोध्या में विकास के लिए सैकड़ों परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। सड़क चौड़ीकरण, आधुनिक भवन के साथ अन्य निर्माण के कार्य में अयोध्या के प्राकृतिक वातावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। इसका असर अयोध्या में रहने वाले और दूर दराज से आने वाले यात्रियों पर न पड़े इसके लिए अयोध्या के चारों तरह होने वाले तापमान पर सर्वे किया जा रहा है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि हीटवेब को कम करने के लिए सर्वे से वातावरण की एक्टिविटी पर नजर रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विकास का कार्य बड़े पैमाने पर हो रहे हैं और इस कार्य के दौरान कई स्थानों पर बड़े पेड़ों को हटाना भी पड़ रहा है क्योंकि हरियाली कम हो रही है ग्रीन एरिया कम हो रहा है तो उस स्थान के तापमान में बदलाव होगा। इसको दुरुस्त रखने के लिए क्या उपाय करने चाहिए इसका प्रयास किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी और बेल्जियम यूनिवर्सिटी बीटो के सहयोग से एक सर्वे का कार्य किया जा रहा है, जिसमें यहां के जो तापमान है उसमें जो परिवर्तन हो रहे हैं यदि उसमें किसी प्रकार की बढ़ोतरी होती है या अलग हीट दिखाई पड़ती है तो उसे कवर करने के लिए पौधरोपण, बिल्डिंग डिजाइन और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को लागू किया जाएगा, जिससे उस स्थान के तापमान को बराबर बनाए रखा जा सके।
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