पटना 22-23 जून को G20 बैठक की करेगा मेजबानी
नयी दिल्ली/पटना। जून माह में पटना जी20 समूह की दो दिवसीय बैठक की मेजबानी करेगा। इस दौरान, बैठक में हिस्सा लेने आ रहे प्रतिनिधियों के उद्घाटन सत्र से एक दिन पहले आधुनिक बिहार संग्रहालय का भ्रमण करने की संभावना है। बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि 22-23 जून को श्रम भागीदारी समूह की दो दिवसीय जी20 बैठक में करीब 150 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
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उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि 21 जून को पटना पहुंचेंगे और बिहार की राजधानी के तीन आलीशान होटलों में ठहरेंगे। उसी दिन शाम को उनके बिहार संग्रहालय का भ्रमण करने की भी संभावना है। अधिकारी के मुताबिक, “22 जून को गांधी मैदान के पास सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में बैठक की शुरुआत होगी।
उसी दिन, प्रतिनिधियों के लिए इस केंद्र में स्थित बापू सभागार में एक भव्य रात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 23 जून को शहर में एक और दौर की बैठक होगी।”
अधिकारी ने कहा कि बेली रोड स्थित पटना संग्रहालय, जिसकी 95 साल पुरानी इमारत को मरम्मत के वास्ते एक जून से तीन महीने के लिए आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है, वहां बड़ी संख्या में रखी प्राचीन कलाकृतियां, दुर्लभ चित्र और 20 करोड़ साल पुराना जीवाश्मित पेड़ का तना पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा है। फरवरी महीने में बिहार सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था, “हम मुख्य कार्यक्रम (जी20 बैठक) के अलावा सांस्कृतिक आदान-प्रदान के तहत प्रतिनिधियों को पुराने पटना संग्रहालय और आधुनिक बिहार संग्रहालय का भ्रमण कराने की योजना बना रहे हैं।
अगर वे नालंदा या कुछ अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर जाना चाहेंगे, तो हम यात्रा कार्यक्रम तैयार समय इन जगहों को भी ध्यान में रखेंगे।” अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अब प्रतिनिधि सिर्फ पटना के पर्यटन स्थलों का ही दौरा करेंगे। वे सिख तीर्थस्थल, पटना साहिब भी जा सकते हैं। बिहार कला एवं संस्कृति विभाग को जी20 बैठक के आयोजन के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है।
विभाग प्रतिनिधियों को उनकी पटना यात्रा के दौरान एक सुखद अनुभव देने की योजना बना रहा है। अधिकारियों ने कहा कि पटना में जी20 समूह की बैठक पहले मार्च की शुरुआत में होनी थी, लेकिन बाद में इसे जून में आयोजित करने की योजना बनाई गई। पटना एक ऐतिहासिक शहर है, जहां मौर्य साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र अवस्थित थी।
पर्यटन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि जी20 बैठक के लिए अन्य स्थानों के अलावा ऐतिहासिक शहरों को चुनने के पीछे का विचार ‘विरासत स्थलों की तरफ ध्यान आकर्षित करना’ है। भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत हंपी और खजुराहो सहित देशभर के 55 शहरों के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित किए जाने की योजना है।
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