औषधि उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए गुणवत्ता, किफायती विनिर्माण पर दें ध्यान: मांडविया
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि घरेलू औषधि उद्योग को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए गुणवत्ता और किफायती विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करना होगा। मांडविया ने शनिवार को प्रमुख दवा कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ गोलमेज बैठक में उद्योग जगत से अनुसंधान एवं नवोन्मेष पर ध्यान बढ़ाने के लिए कहा। सरकारी बयान के अनुसार, मंत्री ने बैठक में कहा, यह क्षेत्र तेज गति से प्रगति कर रहा है और ‘दुनिया की फार्मेसी’ की अपनी छवि को बनाए रखने के लिए हमें अनुसंधान एवं नवोन्मेष पर ध्यान बढ़ाते हुए गुणवत्ता एवं किफायती विनिर्माण पर ध्यान देने की जरूरत है।
रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे मांडविया ने संबंधित लोगों से मौजूदा अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं के साथ-साथ आगामी औषधि पार्कों के रूप में पर्याप्त निवेश के उपयोगी परिणाम सामने आ रहे हैं। सरकार की प्रतिबद्धता और संकल्प को दोहराते हुए मांडविया ने कहा कि सरकार की नीतियां उद्योग के अनुकूल है और सहयोग के अवसरों का स्वागत करती है।
उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योग, दोनों देश की प्रगति के अभिन्न अंग हैं और उन्हें समग्र विकास हासिल करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। माडंविया ने सरकार के सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराते हुए संबंधित पक्षों को मूल्य निर्धारण, नियामक, नीति और रणनीति के पहलुओं से संबंधित सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि आगे नीतिगत समर्थन और विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए सुझावों पर उचित विचार किया जाएगा। गोलमेज बैठक में 60 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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