केजीएमयू : आंख, दांत और नाक निर्माण की नई तकनीक पर जानकारियां साझा करने राजधानी में जुटेंगे विशेषज्ञ
लखनऊ, अमृत विचार। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में तीन दिवसीय कार्यक्रम (कॉन्फ्रेंस) का अयोजन किया जा रहा है। जिसमें आंख,कान,दांत और नाक के कृत्रिम निर्माण की नई तकनीक की जानकारी साझा करने के लिए विशेषज्ञ पहुंचेंगे। साथ ही इस दौरान 200 से अधिक चिकित्सक और छात्र इसकी बारीकियां सीखेंगे।
इस दौरान विशेषज्ञ आंख,कान,दांत और नाक के निर्माण के लिए फिजिकल से डिजिटल की मदद लेने पर भी चर्चा करेंगे। इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन केजीएमयू के प्रास्थोडॉटिक्स विभाग एवं इंडियन प्रास्थोडॉन्टिक्स सोसाइटी के यूपी चैप्टर की तरफ से किया जा रहा है। जिसकी शुरूआत सात अप्रैल से होगी। जिसका समापन 9 अपैल को होना बताया जा रहा है।
केजीएमयू के प्रास्थोडॉटिक्स विभाग के विभागध्यक्षा और कार्यक्रम के सचिव डॉ. पूरन चन्द ने बताया कि इस प्रोग्राम में प्रदेश के डेन्टल कॉलेजों से 200 से अधिक छात्र, चिकित्सक एवं शिक्षक हिस्सा लेंगे। अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के वक्ता दांत, आँख, नाक, कान एवं जबड़ों को कृत्रिम रूप से बनाने की नयी प्रचलित चिकित्सा पद्वतियों पर अपने अनुभव एवं शोधपत्रों को साझा करेंगे। तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख, दन्त, एवं चेहरे के विकृतियों के इलाज सम्बंधी शैक्षणिक कार्यशालायें एवं प्रस्तुतियाँ, शामिल होंगी।
इस कॉन्फ्रेंस में प्रथम दिन एम्स नई दिल्ली के प्रास्थोडॉन्टिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ वीणा जैन, दांत प्रत्यारोपण की नयी तकनीक पर माहीडोल, विश्वविद्यालय बैंकाक के चिकित्सकों की टीम नकली आँख बनाने की तकनीक पर तथा डॉ स्वाति गुप्ता द्वारा डेंटल प्रैक्टिस एवं लैब में डीजीटल तकनीकी के प्रयोग के लिए कार्यशाला के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेंगी। कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन 8 अप्रैल 2023 को केजीएमयू के कुलपति लेफ्टीनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी और केजीएमयू के डीन फैकल्टी ऑफ डेन्टल साइंसेज प्रो. एपी टिक्कू डीन फैकल्टी ऑफ डेन्टल साइंसेज संगोष्ठी के अध्यक्ष डॉ स्वतंत्र अग्रवाल की उपस्थिति में किया जाएगा।
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