अयोध्या : ट्रैफिक सिग्नल फेल, कड़ी धूप व लंबे जाम ने छुड़ाए छक्के
रिकाबगंज में माइक पर चिल्लाते-चिल्लाते ट्रैफिक कर्मियों के छूटे पसीने
अयोध्या, अमृत विचार। शहर में बुधवार को यातायात व्यवस्था चरमरा गई। चारों तरफ लंबा जाम लगने से त्राहि-त्राहि मची रही। जगह-जगह सड़कें खोदे जाने के बाद लोग कड़ी धूप में घंटों जाम में फंसे रहे। इस दौरान चौराहे-चौराहे पर लगी ट्रैफिक लाइटें फेल नजर आईं, जो जहां पा रहा था वहीं से निकल रहा था। रिकाबगंज चौराहे पर ट्रैफिक कर्मियों के माइक से चिल्लाते-चिल्लाते पसीने छूट गए। सुबह 10 बजे से शुरू हुआ जाम का झाम शाम 4 बजे तक जारी रहा। स्कूल से छूटे नन्हे-मुन्नों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर एंबुलेंस भी घंटों फंसी रही।
दरअसल नियावां चौराहे से रिकाबगंज रोड पर दो जगह और नियावां चौराहे से साकेत प्रेस अयोध्या रोड पर तीन जगह अचानक खोदाई शुरू कर दी गई। खोदाई का मलबा निकाल किनारे ही डाल दिया गया, जिससे मार्ग संकरा हो गया। बिना बताए सीवर लाइन के चैम्बर के लिए खोदाई शुरू करने का नतीजा यह हुआ कि शहर में नियावां चौराहा, रिकाबगंज, गुदड़ी बाजार, रीडगंज, जनाना अस्पताल की ओर लंबा जाम लग गया। इस दौरान चौक से रिकाबगंज आने वाले वाहन भी रास्ते में फंसे नजर आए। इससे पहले भी सिविल लाइंस में इसी तरह खोदाई की गई थी। जगह-जगह डक्ट के लिए की गई खुदाई के कारण दो दिन तक लोगों को जाम का सामना करना पड़ा था।
जनता बोली, प्रशासन को देनी चाहिए थी सूचना
जाम के दौरान हजारों की संख्या में बाइक व कार सवार घंटों फंसे रहे। बाइक सवार खोजनपुर निवासी राहुल ने कहा कि वह फाइनांस का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर खोदाई करवानी ही थी तो प्रशासन को पहले से सूचना प्रकाशित करवा देनी थी। रिकाबगंज निवासी अंजली ने बताया कि उनकी बेटी बाबू बालिका में पढ़ती है। छुट्टी होने के बाद घंटों जाम में फंसी रही। प्रशासन को खोदाई कराने से पहले रूट डायवर्ट कर देना चाहिए था।
वर्जन
निश्चित रूप से निर्माण कार्य के कारण यातायात संचालन प्रभावित हैं। प्रयास है कि कहीं यातायात चोक न हो, चलता रहे। कोई समानान्तर सड़क नहीं है जिससे यातायात डायवर्ट किया जा सके। सभी जगह ड्यूटी लगाई गई है, निर्माण पूरा होने तक थोड़ी समस्या तो रहेगी। जनसामान्य का सहयोग आपेक्षित है।
- प्रमोद यादव, क्षेत्राधिकारी यातायात, अयोध्या
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