रायबरेली : ध्वस्त की गई नाली और रास्तों पर छलका निवासियों का दर्द, प्रदर्शन कर दी चेतावनी

रायबरेली, अमृत विचार। जल निगम की जल जीवन मिशन योजना ग्रामीणों के लिए अभिशाप साबित हो रही है। पाइप डालने के लिए खोदी गई नालियों से गांवों की लगभग सभी सड़कें, खड़ंजे, सीसी रोडें, इंटरलॉकिंग क्षतिग्रस्त हो गई है। आलम यह है कि नालियों एवं गड्ढों में तब्दील सड़कों और गलियों से गुजरना दुश्वार हो रहा है।
जिनमें राहगीरों का गिरकर एवं पशुओं का फंसकर चोटिल हो रहे है। ग्रामीणों में जल निगम और कार्यदाई संस्था के खिलाफ गहरा रोष व्याप्त है। बुधवार को नेमुलापर मजरे कुम्भी में आक्रोशित ग्रामीणों ने जल निगम विभाग और कार्यदाई संस्था के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जल्द ही क्षतिग्रस्त खडण्जों की मरम्मत न होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञात हो कि नेमुलापुर मजरे कुम्भी में 1 माह पूर्व कार्यदाई संस्था ने पाइप डालने के लिए सभी खडण्जों के बीचो-बीच नालिया खोदकर पाइपें डाली थी और अधिकांश घरों में टोटियां भी लगा दी थी।
पाइप डालने के बाद लापरवाह कार्यदाई संस्था ने ग्रामीणों के कहने के बावजूद उखाड़े गये खड़ंजे में ईंटे बिछाना मुनासिब नहीं समझा। लिहाजा बरसात होते ही सभी नालिया गहरे-गहरे गड्ढों में तब्दील हो गई। नालियों में फंसकर अब तक दर्जनों वृद्ध,दिव्यांग एवं बच्चे गिरकर चोटिल हो चुके हैं। जिसको लेकर बुधवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त खड़ंजे के पास खड़े होकर जल निगम विभाग और कार्यदाई संस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में रामशरन यादव, अमरेश प्रताप सिंह,कन्हैया ,हरिनाम, रामतीरथ,रवि ,कृष्ण कुमार, रतीपाल, चंद्रिका प्रसाद, सुखई ,अमर सिंह, रामसुमिरन, अरविंद, कृष्ण कुमार, सचिन, राधे ,महराजदीन, अमित उदयराज, सुरेंद्र कुमार,विजयराज, रामराज आदि शामिल रहे।
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