रुद्रपुरः तराई में फरवरी माह में बारिश नहीं होने से सात साल का टूटा रिकॉर्ड
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रुद्रपुर, अमृत विचार (बीरेन्द्र बिष्ट)। तराई में फरवरी माह में बारिश ना होने का पिछले सात साल का रिकॉर्ड टूटने जा रहा है। कारण, इस बार एक बूंद भी बारिश की नहीं टपकी है। इससे तापमान में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है। वर्ष 2017 में भी फरवरी माह में बारिश नहीं होने से तापमान 30 डिग्री के करीब तक पहुंच गया था। यही हाल इस साल के फरवरी माह का भी नजर आ रहा है। अब तक एक मिलीमीटर भी बारिश नहीं हुई है।
गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो वर्ष 2011 में 32.8 मिलीमीटर तक बारिश हुई थी। इसी तरह वर्ष 2012 में मात्र 0.5 मिलीमीटर, वर्ष 2013 में 126.1 मिलीमीटर, वर्ष 2014 में 118.4 मिलीमीटर, वर्ष 2015 में 8.4 मिलीमीटर, वर्ष 2016 में 2.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जबकि वर्ष 2017 में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई थी। इसी वर्ष 2018 में 4.0 मिलीमीटर, वर्ष 2019 में 33.4 मिलीमीटर, वर्ष 2020 में 23.2 मिलीमीटर, वर्ष 2021 में 4.6 मिलीमीटर, वर्ष 2022 में 50.4 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
वहीं, 2023 में अब तक एक भी बूंद बारिश की नहीं टपकी है। जीबी पंत विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार बारिश नहीं होने का सबसे बड़ा कारण पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय नहीं होना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश नहीं होने से तापमान में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है।
बारिश होने वाले वर्षों में औसत तापमान रहा है 22 से 25 डिग्री सेल्सियस
तराई में पिछले 13 वर्षों के बारिश के रिकॉर्ड को देखें तो जिस वर्ष बारिश हुई है। उस वर्ष औसत तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस रहा है। वहीं, वर्ष 2017 की बात की जाए तो इस वर्ष अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। यही हाल इस वर्ष के फरवरी माह का भी है। इस माह के पिछले सात दिनों के तापमान पर नजर डाली जाए तो तापमान 21 सेल्सियस से बढ़कर 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आने वाले दिनों में इस तापमान के और अधिक बढ़ने की संभावना है।
लीप वर्ष 2016 में रहा था सबसे अधिक 28.6 डिग्री सेल्सियस तापमान
जीबी पंत विश्वविद्यालय के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो लीप वर्ष 2012 में मात्र 0.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इस वर्ष अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रहा था। इसी तरह लीप वर्ष 2016 में 2.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जबकि तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। लीप वर्ष 2020 में 23.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी और अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा था।
फरवरी माह में हर वर्ष औसत बारिश 35 मिलीमीटर के करीब होती है। लेकिन वर्ष 2017 के बाद इस बार फरवरी माह में अब तक बारिश नहीं हुई है। बारिश नहीं होने का सबसे बड़ा कारण पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय नहीं होना है। बारिश नहीं होने से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी। आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है-डॉ. आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक, जीबी पंत विश्वविद्यालय।