बड़े ट्रांसफार्मर फुंके तो जेई व एक्सईएन होंगे सस्पेंड; कानपुर में केस्को ने निकाले नियम...

कानपुर, अमृत विचार। गर्मी के मौसम में अगर 100 केवीए या इससे अधिक की क्षमता का ट्रांसफार्मर फुंका तो जेई व एक्सईन सस्पेंड तो होंगे ही, साथ ही उनपर तय नियमों के आधार पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसके अलावा संबंधित एई के खिलाफ केस्को विभागीय कार्यवाही भी करेगा।
केस्को के पास छह हजार से अधिक ऐसे ट्रांसफार्मर हैं, जिनकी क्षमता 100 केवीए से भी ज्यादा है। अगर ये ट्रांसफार्मर खराब होते हैं तो केस्को को नुकसान होता ही है, साथ ही उपभोक्ताओं को 10 से 12 घंटे तक परेशान होना पड़ जाता है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन की लखनऊ में हुई बैठक में नियम लागू किया गया है कि अगर 100 केवीए से अधिक की क्षमता का ट्रांसफार्मर फ्यूज होता है, उससे ऑयल बहता है और सही मॉनिटरिंग नहीं करने समेत आदि लापरवाही के कारण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होता है तो संबंधित जेई और एक्सीईन को सस्पेंड कर दिया जाएगा।
एई के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। साथ ही संबंधित अधिकारियों से नियमानुसार जुर्माना भी वसूला जा सकता है। केस्को प्रबंध निदेशक सैमुअल पॉल ने बताया कि पिछले वर्ष 100 केवीए से अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं अधिक हुई थीं।
छह घंटे के अंदर बदला जाएगा खराब ट्रांसफार्मर
केस्को प्रबंध निदेशक ने बताया कि नई नीति के तहत 100 केवीए से अधिक क्षमता वाले का ट्रांसफार्मर यदि खराब होते हैं तो नियमानुसार इनको छह से सात घंटे में बदला अनिवार्य है। इससे अधिक का वक्त लगने पर संबंधित अभियंताओं से जवाब तलब किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर खराब ट्रांसफार्मर की जगह वहां पर ट्राली ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा।