प्रधानमंत्री मोदी के ‘स्वर्णिम काल’ का अध्ययन करेंगी भविष्य की पीढ़ियां: मांडविया

अहमदाबाद। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि आने वाली पीढ़ियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वर्णिम काल का उसी तरह से अध्ययन करेंगी जिस तरह से आज की पीढ़ी को इतिहास के पाठ्यक्रम में चंद्रगुप्त मौर्य के स्वर्ण युग के बारे में पढ़ाया जाता है। मांडविया ने यह टिप्पणी शनिवार को अहमदाबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) में केंद्रीय बजट 2023-24 के बारे में बोलते हुए की। चंद्रगुप्त मौर्य प्राचीन भारत में मौर्य साम्राज्य के पहले सम्राट थे।
मांडविया ने छात्रों और पेशेवरों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को विभिन्न उपलब्धियों के लिए याद किया जाएगा, जैसे कि आर्थिक सुधार, कोविड-19 प्रबंधन, सीमा पार आतंकवादियों पर सर्जिकल स्ट्राइक, आदि। उन्होंने कहा, हम अपने इतिहास के पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में चंद्रगुप्त मौर्य के स्वर्ण युग का अध्ययन करते थे। यह अभी भी (स्कूलों और कॉलेजों में) पाठ्यक्रम का हिस्सा है। अब से तीसरी या चौथी पीढ़ी बाद हमारी आने वाली पीढ़ियों को भी जब भारत का राजनीतिक इतिहास पढ़ाया जाएगा तो वे नरेंद्र मोदी के स्वर्णिम काल के बारे में पढ़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को पढ़ाया जाएगा कि नरेंद्र मोदी के सुनहरे दौर में किस तरह के आर्थिक सुधार हुए। उन्होंने कहा कि साथ ही, इसमें कोविड-19 प्रबंधन, देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था, सर्जिकल और हवाई हमले, भारत की विदेश नीति और दुनिया भर से भारत की प्रशंसा करने वाले उद्धरणों का उल्लेख शामिल होगा। उन्होंने कहा, उस समय हमारी आने वाली पीढ़ियां इस बात पर गर्व करेंगी कि उनके पिता और पूर्वज मोदी के समर्थक थे और मोदी सरकार का हिस्सा थे।
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