VIDEO : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा खत्म..अब LS में सुनिए PM Modi का जवाब
नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण के मोशन ऑफ थैंक्स पर बहस के लिए लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा, मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद करता हूं और यह मेरा सौभाग्य रहा है कि पहले भी कई बार उनके अभिभाषण पर धन्यवाद करने का अवसर मिला है, लेकिन इस बार धन्यवाद के साथ उनका अभिनंदन भी करना चाहता हूं।
कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक…उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात!
— BJP (@BJP4India) February 8, 2023
ऐसे लोगों के लिए बहुत अच्छे ढंग से कहा गया है…
‘ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं…’
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/0gUWFAFBHc
पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम,समर्थक…उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे,ये हुई न बात! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है…
ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं,
वो अब चल चुके हैं,वो अब आ रहे हैं…
Speaking in the Lok Sabha. https://t.co/Ikh7uniQoi
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2023
पीएम मोदी ने कहा, यहां चर्चा में हर किसी ने अपने अपने आकड़ें और तर्क दिए... अपनी रूचि, प्रवृति और प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखी और जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो यह भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता और इरादा है। देश इन सभी का मूल्यांकन करता है।
A true leader leads by example!
— BJP (@BJP4India) February 8, 2023
The jacket worn by PM Shri @narendramodi in Parliament today is made from 28 single-use plastic bottles.
A step towards embracing sustainability and a powerful message towards a greener environment. pic.twitter.com/JRKGBsTeWY
पीएम मोदी ने कहा, इस चर्चा में सबने हिस्सा लिया और सबने अपने-अपने आंकड़े, तर्क दिए और अपनी रुचि , प्रवृत्ति, प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखीं। जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता, समझ और किसका क्या इरादा है।
पीएम मोदी ने कहा, जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए और एक बड़े नेता राष्ट्रपति का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत और उनके प्रति उनकी सोच क्या है ये भी दिखाई दी है। जब टीवी पर इस प्रकार की बातें कही गई तो अंदर पड़ा नफरत का भाव बाहर आ गया।
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति जी का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए। एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है और हमारे जनजातीय समाज के प्रति उनकी सोच क्या है, लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गईं तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था, वो सच बाहर आ ही गया।
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था… देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं। देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है।
पीएम मोदी ने कहा, सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं। 100 साल में आई हुई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बंटा हुआ विश्व…इस स्थिति में भी, संकट के माहौल में, देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास और गौरव से भर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर positivity है। आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। आज पूरे विश्न में भारत को लेकर पॉजिटिविटी है, एक आशा है और भरोसा है। ये देश के लिए गर्व की बात है, 140 करोड़ देशवासियों को गर्व हो रहा है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है। वे लोग आत्म निरीक्षण करें।
पीएम मोदी ने कहा, आज दुनिया की हर विश्वसनीय संस्था, हर Expert, जो भविष्य का अच्छे से अनुमान भी लगा सकते हैं, उन सबको आज भारत को लेकर बहुत आशा और काफी हद तक उमंग है। इसका कारण है कि भारत में अस्थिरता नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा, महामारी के दौर में हमने 150 से ज्यादा देशों को संकट के समय दवाई और वैक्सीन पहुंचाई। यही कारण है कि आज कई देश वैश्विक मंचों पर खुले मन से, भारत का धन्यवाद देते हैं, भारत का गौरवगान करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही। आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है। निर्णायक सरकार हमेशा देश के हित में निर्णय लेने का साहस रखती है...पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं। स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। पीएम मोदी ने कहा, आज Reform out of Compulsion नहीं Out of Conviction हो रहे हैं। आज आत्मविश्वास से भरा हुआ देश अपने सपनों और संकल्पों के साथ चलने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है। निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है। निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं। कोरोनाकाल में बहुत से देश अपने नागरिकों की आर्थिक मदद करना चाहते थे, लेकिन असमर्थ थे। यह भारत है यहां फ्रैक्शन ऑफ सेकंड में लाखों-करोड़ों रुपये देशवासियों के खातों में जमा कर रहा था।एक समय देश छोटी-छोटी तकनीक के लिए तरसता था। आज देश Technology के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत में नई संभावनाएं हैं। कोरोनाकाल ने पूरी दुनिया की Supply Chain को हिलाकर रख दिया। आज भारत उस कमी को पूरा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। कई लगों को यह बात समझने में काफी देर हो जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, Mobile Manufacturing में आज भारत दूसरा बड़ा देश बन गया है। डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक में आज हम विश्व में तीसरे नंबर पर हैं। एनर्जी Consumption में आज भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है। Renewable Energy Capacity में चौथे नंबर पर पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, पिछले 9 वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप्स आए हैं। हम दुनिया में इस मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। हमारा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश के टियर-टू, टियर थ्री शहरों में पहुंचा है। Sports में कभी हमारी कोई पूछ नहीं थी, आज हर स्तर पर भारत के खिलाड़ी अपना सामर्थ्य दिखा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा।दस साल भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था। ये निराशा ऐसे नहीं आई, इस निराशा के पीछे कारण है, एक तो जनता का बार-बार हुकुम...2004 से 2014 तक भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, इस पर निराशा नहीं होगी तो क्या होगी। 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही इसलिए अगर कुछ अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है।
पीएम मोदी ने कहा, उन 10 सालों में भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी। UPA की पहचान यह थी कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया। तकनीक के समय ये 2G घोटाले में फंसे रहे और सिविल न्यूक्लियर डील के समय ये 'कैश फॉर वोट' में फंसे रहे। आतंकवाद पर सीना तान कर हमले करने का इनके पास सामर्थ नहीं था और 10 साल तक मेरे देश के लोगों का खून बहता रहा। 2014 से पहले के दशक को Lost Decade के नाम से जाना जाएगा और 2030 का दशक अब India Decade के नाम से जाना जाएगा। CWG के टाइम भी ये घोटालों में फंसे रहे। इन्होंने मौके को मुसीबत में पलट दिया।
पीएम मोदी ने कहा, देश में हर स्तर, हर क्षेत्र में, हर सोच में आशा ही आशा नजर आ रही है। सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश है। लेकिन कुछ लोग ऐसे निराशा में डूबे हुए हैं कि क्या कहें...। काका हाथरसी ने कहा था- आगा-पीछा देख कर, क्यों होते गमगीन जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन...। उन्होंने कहा- बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे। मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे, वो तो हुआ नहीं। लेकिन इन लोगों को ED का धन्यवाद करना चाहिए उसके कारण ये एक मंच पर आ गए।
पीएम मोदी ने कहा, लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए है। दुर्भाग्य से बहुत दिनों से इंतजार कर रहा हूं कि कोई मेहनत-एनालिसिस करेगा। लेकिन लोगों ने आलोचना का मौका आरोपों से गंवा दिए। हर जगह आरोप, गालीगलौज। चुनाव हार जाओ- ईवीएम खराब, चुनाव आयोग को गाली, कोर्ट में फैसला नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट को गाली दे दो। अगर भ्रष्टाचार की जांच हो रही है तो जांच एजेंसियों को गाली दो। अगर सेना पराक्रम करे, शौर्य दिखाए और देश का जन-जन भरोसा करे तो सेना को गाली दो, उस पर आरोप लगाओ। कभी आर्थिक प्रगति की खबरें आएं, चर्चा हो, तो RBI को गाली दो।
A study was conducted at Harvard, "The Rise and Decline India's Congress party'. In the future, studies will be conducted in many big universities on the decline of the Congress.
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- PM @narendramodi pic.twitter.com/IcysH9ofAv
पीएम मोदी ने कहा, अध्यक्षजी सुन रहा हूं यहां कुछ लोगों हार्वर्ड स्टजी का बड़ा क्रेज है। कोरोना काल में ऐसा ही कहा गया था और कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में स्टडी होगी। कल फिर सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की बात हुई। बीते वर्षों में हार्वर्ड में स्टडी हुई है। उसका टॉपिक था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे भरोसा है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड ही नहीं, बड़े-बड़े यूनिवर्सिटी में अध्ययन होना ही है। इस प्रकार के लोगों के लिए दुष्यंत कुमार ने बढ़िया बात कही है- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं।
पीएम मोदी ने कहा, आज UPA की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया। जब Tech और Information का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2G में फंसे रहे। Civil Nuclear Deal की चर्चा थी तो ये Cash for Vote में फंसे रहे। 2010 में Commonwealth Games हुए। CWG घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया।
पीएम मोदी ने कहा, इन्होने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाओ तो EVM को गाली, चुनाव आयोग को गाली... कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली... सेना पर आरोप। कभी आर्थिक प्रगति की चर्चा हो.. तो यहां से निकल RBI को गाली। 9 साल में Constructive Criticism की जगह Compulsive Criticism ने ले ली है।
पीएम मोदी ने कहा, इन जैसों के लिए कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं... बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था। पीएम मोदी ने कहा, हिंदुस्तान इस बात को हर पल याद रखेगा कि 2014 के पहले का दशक The Lost Decade के रूप में जाना जाएगा। और इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि 2030 का दशक पूरे विश्व के लिए India’s Decade है।
देश के लिए जीवन खपाया
विपक्ष के हमलों पर मोदी ने कहा. जो अहंकार में डूबे हैं, ऐसी सोच में जीने वालों को लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा, कीचड़ उछालकर रास्ता निकलेगा। 22 साल बीत गए और वे गलतफहमी ही पालकर बैठे हैं। मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं पैदा हुआ है, टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है। हमने देश के लोगों के लिए, देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया है। देशवासियों का मोदी पर भरोसा इनकी समझ के दायरे से बाहर है, इनकी समझ के दायरे से भी काफी ऊपर है।
क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर, मुफ्त राशन प्राप्त करने वाले देश के 80 करोड़ भारतवासी कभी भरोसा करेंगे क्या। वन नेशन-वन राशन कार्ड देशभर में कहीं पर भी गरीब से गरीब को भी राशन मिल जाता है। वो आपके गलत-गलीज आरोपों पर भरोसा नहीं करेगा। जिन 11 करोड़ किसानों के खाते में साल में 3 बार पैसे जमा होते हैं, वो आप पर भरोसा नहीं करेगा। जो झुग्गी-झोपड़ी में रहता था, उन्हें घर मिले हैं, उनको तुम्हारी गालियों, झूठी बातों का भरोसा क्यों करेगा। 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला, वो इनका झूठ कैसे स्वीकार करेगा
मोदी के भाषण से पहले जय श्री राम के नारे
मोदी की स्पीच से पहले लोकसभा में भाजपा सांसदों ने जय श्री राम के नारे लगाए। वहीं, हंगामे पर स्पीकर के टोकने पर मोदी के भाषण से पहले विपक्ष ने वॉकआउट किया। भाषण की शुरुआत में मोदी ने राष्ट्रपति के अभिनंदन की बात कही, तो सत्ता पक्ष ने मेज थपथपाकर स्वागत किया।
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