बंटवारे के समय बहावलपुर रियासत में मिली थी रामपुर के लोगों को शरण

अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है बहावलपुर, बहावलपुर और रामपुर के अंतिम शासकों के वंशजों की मुलाकात

बंटवारे के समय बहावलपुर रियासत में मिली थी रामपुर के लोगों को शरण

रामपुर, अमृत विचार। बंटवारे के समय बहावलपुर रियासत में रामपुर के लोगों को शरण मिली थी। बहावलपुर अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है। सोमवार को बहावलपुर और रामपुर के अंतिम शासकों के वंशजों की लाहौर में उमर सत्ती के आवास पर यह मुलाकात हुई। रामपुर के अंतिम शासक नवाब रजा अली खां के पौत्र नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां और बहावलपुर रियासत के आखिरी नवाब सादिक मोहम्मद ख़ां के पौत्र नवाब उस्मान खां अब्बासी ने एक दूसरे से मिलकर खुशी जाहिर की और दोनों रियासतों से जुड़ी बातें साझा कीं।

पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां पाकिस्तान में हैं वह रविवार को लाहौर पहुंचे।  बहावलपुर 1609 से 1955 तक रियासत रही है। बंटवारे के समय रामपुर से पाकिस्तान जाने वाले लोगों को नवाब ऑफ बहावलपुर ने ही शरण दी थी। यहां काफी संख्या में रामपुर से गए लोगों के परिवार मौजूद हैं।
नवाब काजिम अली खां ने नवाब उस्मान खां अब्बासी को दोनों शाही घरानों के बीच दोस्ती और अच्छे रिश्तों को प्रमाणित करने वाला दस्तावेज भी सौंपा। नवाब उस्मान खां बीस वर्षों तक विधायक और पंजाब असेंबली के डिप्टी स्पीकर रहे हैं। अब उनके बेटे नवाबजादा मोहम्मद गजैन खां एमएलए हैं। 

1966 के बाद दोनों शाही परिवारों के वंशजों की मुलाकात कराने वाले उमर सत्ती पाकिस्तान में रामपुर के व्यंजनों को पहचान दिलाने का अभियान चला रहे हैं। बेगम ऑफ बहावलपुर बेगम रिफत अब्बासी के दादा रजा उल हक अब्बासी रामपुर रियासत में नवाब रजा अली खां के दौरे हुकूमत में मंत्री थे। बेगम ऑफ बहावलपुर के पूर्वज भी रामपुर से ही पाकिस्तान गए थे। पूर्व मंत्री के पीआरओ काशिफ खां ने बताया कि नवाब ऑफ बहावलपुर रामपुर आएंगे और नवाब काजिम अली ख़ां भी शीघ्र ही बहावलपुर जाएंगे।

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