मुरादाबाद : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के रखरखाव में मनमानी, नागरिकों को दे रही दर्द
स्मार्ट शौचालय, ई-कियोस्क, सोलर आधारित वाटर एटीएम के रखरखाव पर केयर टेकर नहीं दे रहे ध्यान

मुरादाबाद, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी मिशन की योजनाएं जनता के हित में अच्छी हैं, लेकिन इनके रखरखाव में कमी से यह नागरिकों को दर्द दे रही हैं। कई जगह वाटर एटीएम खराब होने से लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है तो ई-कियोस्क केबिन में ताला लटका होने से इसका लाभ लेने वाले लौट रहे हैं। पूरे शहर की निगरानी के लिए 232 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बाद भी जनहित की इन मशीनों की निगरानी न होने से यह कई बार बेमतलब साबित हो रहे हैं।
स्मार्ट सिटी मिशन की 36 परियोजनाओं में आधी पूरी हो चुकी हैं। शेष पर काम चल रहा है। लेकिन, जो परियोजना पूरी हो चुकी है। केयर टेकर की शिथिलता से नागरिकों को परेशानी हो रही है। कहीं पानी निकल रहा है तो कई जगह सिक्के डालने के बाक्स खराब होने से यह पैसे नहीं ले रहा है। जिससे पानी न मिलने से लोग बोतलबंद पानी खरीदने को विवश हो रहे हैं। लोगों का तो कहना है कि यह आसपास के बोतलबंद पानी बेचने वालों से मिलीभगत कर जान बूझकर वाटर एटीएम ठीक नहीं रखा जाता है। क्योंकि इसमें सस्ती दर पर शुद्ध पानी मिल जाता है।
जबकि बाजार में बोतलबंद पानी 20 रुपये में एक लीटर मिलता है। इससे दुकानदारों को नुकसान होने की वजह से वह मिलीभगत कर अपनी दुकानदारी को चटख कर रहे हैं। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के मिशन के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ई-कियोस्क का हाल भी बहुत अच्छा नहीं है। सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे ई-कियोस्क के माध्यम से डिजिटल सिस्टम से ऑटोमेटिक सरकार की योजनाओं आदि की जानकारी ली जा सकती है। मगर पीलीकोठी स्थित नगर आयुक्त के शिविर कार्यालय परिसर में लगी ई-कियोस्क मशीन आए दिन या तो ताले में बंद रहती है या सिटकनी लगी रहता है। यहां कोई भी निगरानी करने वाला नहीं है।
ई-बाइक्स शेयरिंग योजना का बुरा हाल, कागजों में चल रही
शहर में स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटित होने के बाद भी ई बाइक शेयरिंग योजना का बुरा हाल है। कहने के लिए 35 जगह शहर में सेंटर कागज में दर्शा दिए गए। लेकिन, पीलीकोठी, रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर कहीं से ई बाइकें नहीं मिलीं। इन सेंटरों पर भी स्थिति बदल गई है यहां भी ई बाइक्स नदारद हैं। इसकी जगह पर लोगों के वाहन खड़े हो रहे हैं। जबकि ई बाइक्स पीलीकोठी स्थित कार्यालय में रख दी गई हैं।
महानगर में इन जगहों पर लगाए गए हैं वाटर एटीएम
इंपीरियल तिराहा, टाउनहाल, गुरहट्टी चौराहा, पंचायत भवन, पीलीकोठी चौराहा, एसबीआई मुख्य शाखा सिविल लाइंस, सोनकपुर स्टेडियम, एमडीएम कॉम्पलेक्स, महिला थाना, पुलिस लाइन मंदिर, मंडलायुक्त कार्यालय, सिविल डिफेंस चौराहा, निबंधन कार्यालय, बार एसोसिएशन कचहरी, चंद्रशेखर पार्क, पीएसी तिराहा, नवीन नंबर, दिल्ली बस स्टैंड, शंकर विहार बंगलागांव और नई सदर तहसील।
ई बाइक्स के लिए यह है तय किराया
- पहले 30 मिनट के लिए दो रुपये
- 60 मिनट के लिए पांच रुपये
- 120 मिनट अर्थात दो घंटे के लिए किराया 10 रुपये
- दो से तीन घंटे के लिए- 25 रुपये
- तीन से चार घंटे के लिए 50 रुपये
- चार से छह घंटे के लिए 100 रुपये
- छह से आठ घंटे के लिए 200 रुपये
- आठ घंटे या इससे अधिक के लिए 350 रुपये
निगम के पास 300 ई बाइक्स हैं। पीलीकोठी और रेलवे स्टेशन के अलावा कांठ रोड सहित पांच केंद्र संचालित हो रहे हैं। 35 केंद्रों पर ई बाइकों की सुविधा दी जा रही है। हर स्टैंड पर 10-10 ई बाइक रहेगी। ई बाइक्स के संचालन में सेंटरों कुछ शिकायत है। इसे दूर कर व्यवस्था सुचारू कराएंगे। वाटर एटीएम सभी चल रहे हैं। यदि कहीं खराब होने की शिकायत मिलती है तो इससे संबंधित टीम ठीक करती है। -अनिल कुमार मित्तल, मुख्य अभियंता स्मार्ट सिटी मिशन
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