जोशीमठः 1 माह के शीतकालीन अवकाश के बाद खुले स्कूल, बच्चों में दिखा उत्साह

जोशीमठः 1 माह के शीतकालीन अवकाश के बाद खुले स्कूल, बच्चों में दिखा उत्साह

जोशीमठ, अमृत विचार। उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव को लेकर सरकार की ओर से लगातार मदद के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जोशीमठ आपदा से स्कूल, कॉलेज हर जगह दरार आने से बच्चों की पढाई भी बाधित रही।

फिलहाल, अब विद्यालय खुलने से बच्चों में विद्यालय जाने के लिए काफी रुचि देखने को मिल रही है लेकिन, जोशीमठ में पड़ी दरारों के कारण प्रभावित हुए हर तबके के लोगों पर असर पड़ा है इसके साथ ही छोटे-छोटे बच्चों पर विद्यालय आने का संकट भी मंडरा रहा है।

छोटे-छोटे बच्चों का यह कहना है, कि वह विद्यालय आना तो चाहते हैं पर उनके घर मकानों में दरारें पड़ने की वजह से प्रशासन द्वारा उनको काफी दूर तक शिफ्ट किया हुआ है। और वहां से विद्यालय आना बहुत कष्टदायक है। वहीं, बच्चों के अभिभावकों को चिंता है कि बच्चे विद्यालय जाना तो चाहते हैं लेकिन जहां प्रशासन ने स्कूलों को शिफ्ट किया है वहां से विद्यालय इतना दूर है कि विद्यालय तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो रहा है।

अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उनको राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है वहां से बच्चों को विद्यालय के लिए तैयार करना उनके लिए टिफिन, गर्म पानी की बोतल ठंड के मौसम में देना संभव नहीं हो पा रहा है। 

वहीं, जो विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे हैं उनको आने वाले दिनों में होने वाली परीक्षाओं की चिंता सता रही है। बच्चों का कहना है कि यदि वह नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ सके तो आने वाले समय में होने वाली परीक्षाएं कैसे दे पाएंगे। 

उधर बच्चों का कहना है कि 1 माह बाद विद्यालय खुलने से विद्यालय आने के लिए उत्साहित हैं लेकिन विषम परिस्थितियों के कारण वह विद्यालय समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।

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