रेलवे आधुनिक अवतार में सामने आ रही, अनेक दुर्गम क्षेत्र भी इसके नेटवर्क से जुड़ रहे : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मानचित्र में कई दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ गए हैं।
उन्होंने बजट सत्र के प्रथम दिन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मानचित्र में अनेक दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ रहे हैं। जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के दुर्गम क्षेत्रों को भी रेलवे से जोड़ा जा रहा है।
मुर्मू ने संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने अभिभाषण में कहा, वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में एक आधुनिक और सेमी हाईस्पीड ट्रेन भारतीय रेल का हिस्सा बन चुकी है। देश के बड़े रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क बनने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय रेल को सुरक्षित बनाने के लिए स्वदेशी तकनीक कवच का भी तेजी से विस्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क में पिछले आठ वर्षों के दौरान 55 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है और जल्द ही भारतमाला परियोजना के तहत देश के 550 से ज्यादा जिले राजमार्ग से जुड़ जाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने वाले गलियारों की संख्या छह से बढ़कर 50 होने वाली है।
उन्होंने कहा कि देश का विमानन क्षेत्र भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और 2014 में जहां देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 थी वह अब बढ़कर 147 हो गई है। उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा विमानन बाजार बन गया है और इसमें उड़ान योजना की भी अहम भूमिका रही है।
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