जोशीमठ: आपदा की जद में अर रहा एशिया का सबसे बड़ा जोशीमठ-औली रोपवे 

जोशीमठ: आपदा की जद में अर रहा एशिया का सबसे बड़ा जोशीमठ-औली रोपवे 

जोशीमठ, अमृत विचार। भू-धंसाव से एशिया के सबसे बड़ा जोशीमठ-औली रोपवे भी खतरे की जद में है। स्थिति यह है कि रोपवे का एक टावर प्रशासन की ओर से असुरक्षित घोषित किए गए क्षेत्र में है, जिसके चलते रोपवे को लेकर भी आशंकाएं जताई जा रही हैं। 

जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से जोशीमठ-औली रोपवे भी प्रभावित हो गया है। प्रशासन ने जहां चार वार्डो को असुरक्षित घोषित किया है उसमें मनोहर बाग वार्ड भी है। बता दें कि इसी वार्ड में रोपवे का एक नंबर टावर यहीं लगा है। रोपवे प्रबंधक दिनेश भट्ट का कहना है कि रोपवे के टावर की हर दिन नियमित निगरानी की जा रही है। फिलहाल टावर जिस खेत में स्थित है वहां दरार नहीं आई है। 

दरार वाला खेत कुछ दूर है। सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने रोपवे का संचालन बंद किया हुआ है। बता दें कि जोशीमठ से औली तक इस रोपवे की दूरी करीब चार किमी है, जिसमें 10 टावर लगे हैं। रोपवे से जोशीमठ से औली पहुंचने में 15 मिनट का समय लगता है। औली जाने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद रोपवे ही रहता है।

 

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