बरेली: आखिरी दिन कुर्बानी के साथ बकरीद समपन्न

बरेली,अमृत विचार। कोरोना काल के बीच दिन तक बकरीद के मौके पर सादगी के साथ मुस्लिम लोगों ने अपने घरों में जानवरों की कुर्बानी देकर त्योहार मनाया। शनिवार से शुरू हुआ कुर्बानी का सिलसिला सोमवार को समाप्त हो गया। कोरोना काल के बीच शनिवार को बकरीद की नमाज मस्जिदों में चंद लोगों के साथ ही …
बरेली,अमृत विचार। कोरोना काल के बीच दिन तक बकरीद के मौके पर सादगी के साथ मुस्लिम लोगों ने अपने घरों में जानवरों की कुर्बानी देकर त्योहार मनाया। शनिवार से शुरू हुआ कुर्बानी का सिलसिला सोमवार को समाप्त हो गया।
कोरोना काल के बीच शनिवार को बकरीद की नमाज मस्जिदों में चंद लोगों के साथ ही अदा की गई थी। मुस्लिम बाहुल इलाकों में ईद उल अजहा की रौनक इस बार भी फीकी रहने से सन्नाटा पसरा रहा। ईद के मौके पर हर साल बाकरगंज ईदगाह पर हजारों की संख्या में लोग सामूहिक रूप से नमाज अदा करते थे। नमाज के बाद लोग एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते थे। मगर इस बार लोगों ने बेहद ही सादगी के साथ ईद का त्योहार अपने घरों में रहकर मनाया।
शासन और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से घरों में रहकर ही ईद मनाने की अपील की थी। जिस पर लोगों ने अमल करते हुए घरों में रहकर ही चाशत की नमाज अदा थी। शनिवार से लेकर सोमवार तक लोगों ने अपने घरों में जानवरों कुर्बानी देकर त्येाहार मनाया। तीन दिन तक चलने के बाद सोमवार को आखिरी दिन भी बहुत से लोगों ने अपने घरों में कुर्बानी की रस्म अदा कर देश और दुनिया से कोरोना के खात्मे की दुआ की।