नववर्ष के पहले दिन अयोध्या में श्रद्धालुओं का टूटा रिकॉर्ड, प्रसाद-चरणामृत वितरण बंद

पहुंचे दस लाख श्रद्धालु, रामलला के प्रति दिखा उत्साह

नववर्ष के पहले दिन अयोध्या में श्रद्धालुओं का टूटा रिकॉर्ड, प्रसाद-चरणामृत वितरण बंद

अमृत विचार, अयोध्या। नववर्ष के पहले दिन रामनगरी में उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़ ने अब तक के सभी रिकार्डो को ध्वस्त कर दिया। श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी व कनक भवन सहित रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन कर परिवार के कल्याण की प्रार्थना की। कड़ाके की ठंड व घने कुहासे के बीच पहुंचे श्रद्धालुओं ने सरयू में डुबकी लगाई। रामपैड़ी के नहर में मोटर से आ रहे जल में भी डुबकी लगाई और नागेश्वर नाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी में भोर में चार बजे से दर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद रामजन्मभूमि में सुबह छह बजे से ही दर्शनार्थियों की लंबी कतार लग गयी। 

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रसाद व चरणामृत वितरण की व्यवस्था मंदिर में बंद करा दी गई, जिससे धक्का -मुक्की न हो। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से प्रसाद वितरण के लिए दर्शन के वापसी के मार्ग पर तीन अलग-अलग काउंटर की व्यवस्था की गयी। इसी तरह दूसरी पाली में दर्शनावधि के एक घंटा पहले अपराह्न एक बजे से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गयी थी। उधर, हनुमानगढ़ी में भीड़ का भारी दबाव पूरे दिन बना रहा। यहां श्रद्धालुओं को बैरियर पर रोक-रोक कर भेजा जा रहा था, जिसके कारण कोई अप्रिय स्थिति नहीं पैदा हुई। इसी तरह कनक भवन में भी भीड़ का आलम यह था कि मंदिर के आंगन में धक्का-मुक्की के दबाव में श्रद्धालुओं का दम घुटने लगा और बच्चे रोने लगे। इसके चलते परिजन घबरा कर दक्षिणी द्वार से बाहर आ गये। 

हनुमानगढ़ी व रामजन्मभूमि जाने का एक ही मार्ग
कार्तिक परिक्रमा मेला में आई 40-45 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन ने इस बार भीड़ का पूर्वानुमान कर मध्यरात्रि में रामकोट प्रवेश के एक मार्ग को छोड़कर सभी मार्गों को बैरीकेडिंग से पूरी तरह बंद करा दिया था। इन रास्तों पर पैदल प्रवेश की भी अनुमति नहीं थी। यहां मुख्य मार्ग से ही दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा था जिसके चलते अधिकांश श्रद्धालुओं को आधे वहर का चक्कर लगाना पड़ा। पुलिस की यह रणनीति कामयाब भी रही जिससे भीड़ का दबाव होते हुए भी स्थिति नियन्त्रण में रही।

दस लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे रामनगरी
अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन सिंह का कहना है कि नववर्ष 2023 के शुभागमन की बेला में पांच लाख श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान किया गया था। उस दृष्टि से सुरक्षा एवं भीड़ नियन्त्रण का भी प्रबंध किया गया। शहर के बाहरी क्षेत्रों में वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की गयी थी। इसके चलते शहर में प्रवेश के सभी रास्तों पर बैरीकेडिंग कराकर पुलिस कर्मियों की ड्यूटियां लगाई गयी थी। इसके साथ सभी अधिकारी मानीटरिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सायं छह बजे तक आठ लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर चुके थे। वहीं दो से ढ़ाई लाख की भीड़ गलियों में भ्रमणशील थी। इस तरह दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई।

गुलाबी परिधान में सुसज्जित हुए रामलला
नववर्ष के अवसर पर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला नये परिधान में सुसज्जित हुए और उन्हें हलुआ व खीर का विशेष भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया गया। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास शास्त्री ने बताया कि नये साल का पहला दिन होने के कारण भगवान को गुलाबी रंग के नये परिधान धारण कराकर उनकी आरती-पूजा की गयी और विशेष भोग भी हलुआ-खीर के रुप में लगाया गया।

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