बरेली: जांच अधिकारी को नहीं मालूम, शहर में कितने होर्डिंग्स
एक विज्ञापन एजेंसी को ठेका देने की शिकायत पर चल रही जांच, कार्यकारिणी में सदस्यों ने उठाया था विज्ञापन एजेंसी को लाभ देने का मुद्दा
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम ने पूरे शहर में विज्ञापन होर्डिंग्स लगाने का ठेका एक एजेंसी को दे दिया। मामले की शिकायत हुई तो जांच अधिकारी को विज्ञापन विभाग यह नहीं बता पा रहा कि शहर में किस मार्ग पर कितने विज्ञापन होर्डिंग्स लगाए गए हैं। एक एजेंसी को शहर में विज्ञापन होर्डिंग्स लगाने का ठेका देने के बाद से ही निगम में विज्ञापन एजेंसी संचालकों की ओर से शिकायतों का दौर शुरू हो गया है।
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निगम संविधान का उल्लंघन करते हुए दिये गये ठेके को निगम जहां राजस्व वृद्धि बता रहा है वहीं एजेंसी संचालक इससे बेरोजगारी बढ़ना बता रहे हैं। एजेंसी संचालक मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव से मिलकर मामले की शिकायत कर चुके हैं।
मामले की जांच मंडलायुक्त को सौंपी गई थी। एक शिकायती पत्र नगर आयुक्त को दिया गया तो उसकी जांच अपर नगर आयुक्त तृतीय को सौंपी गई है। प्रमुख सचिव को सौंपे पत्र में कहा गया है कि टेंडर की शर्तें इस तरह बनाई गई हैं, जिसमें एक दो रजिस्टर्ड एजेंसी को छोड़कर अन्य कोई रजिस्टर्ड एजेंसी भाग नहीं ले सकती है। इससे विज्ञापन व्यवसाय पर एक व्यक्ति का ही एकाधिकार हो जाएगा और पूर्व से काम कर रही एजेंसियां बंद हो जाएंगी।
इससे इस व्यवसाय में लगे हजारों व्यक्ति बेरोजगार हो जाएंगे। पत्र में यह भी कहा गया है कि निगम ने किसी एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसी शर्तें बनाई हैं। मामले की जांच कर रहे अपर नगर आयुक्त तृतीय सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि विज्ञापन प्रभारी से कुछ बिंदुओं की जानकारी मांगी गई थी लेकिन अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।
बताया कि मैंने पूछा है कि किस मार्ग पर कितने विज्ञापन होर्डिंग्स लगे हैं। जितने लगे हैं वे मान्य है या नहीं। विज्ञापन के लिए क्या-क्या मान्य किया गया है और भी जानकारियां मांगी गई हैं लेकिन अभी तक उन्हें कुछ भी मुहैया नहीं कराया गया है। इससे जांच पूरी नहीं हो पा रही है।
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