मुरादाबाद : तारों के मकड़जाल और जर्जर खंभों से नहीं मिली निजात, विभाग का राजस्व वसूली पर रहा जोर

अलविदा 2022 : शहर की घनी आबादी में पोलों पर लटकते तारों से हादसे का डर

मुरादाबाद : तारों के मकड़जाल और जर्जर खंभों से नहीं मिली निजात,  विभाग का राजस्व वसूली पर रहा जोर

मुरादाबाद,अमृत विचार। महानगर की बिजली व्यवस्था तारों के मकड़जाल में उलझी है। जर्जर खंभों की भरमार है। व्यवस्था में सुधार के दावे जुबानी हैं। घनी आबादी में लटकते तारों से कई हादसे होने के बाद भी विभाग की नींद नहीं टूट रही। पूरा जोर राजस्व वसूली पर है। सर्दी के मौसम में भी अधिकारी लाइन लॉस रोकने सफल नहीं हैं।  

बिजली के झूलते जर्जर तार व एबी केबिल स्मार्ट सिटी को मुंह चिढ़ा रहे हैं। घनी आबादी के बीच झूल रहे इन तारों से कई हादसे हो चुके हैं। फिर भी विभाग ने इन्हें ऊंचा करने की जहमत नहीं उठाई। अधिकारियों की लापरवाही जनता पर भारी पड़ रही है। पिछले दिनों गुलाबबाड़ी चुंगी पर हाईटेंशन लाइन के झूलते तारों की चपेट में आकर कंटेनर में आग लग गई। इससे पहले करूला में जर्जर तार टूटकर गिरने से ई-रिक्शा पूरी तरह राख हो गया था और उसमें बैठै एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी। कई ट्रांसफार्मरों के चबूतरे और उनकी फेंसिंग टूटी हुई है। बांस-बल्लियों के सहारे काम चलाया जा रहा है। मगर एसी दफ्तरों में बैठे अधिकारियों को यह सब दिखाई नहीं देता।

जनता को उम्मीद थी कि बिजली महंगी होने पर उन्हें सुविधाएं भी उसी हिसाब से मिलेंगी। मगर भरपूर बिजली का सपना सच नहीं हो सका। हालांकि कागजों में सब कुछ ओके चल रहा है मगर सच्चाई से अधिकारी जान बूझकर आंखें फेरे हुए हैं।

गंज बाजार, करूला व बंगला गांव में खंभों पर झूल रहे तार
महानगर की घनी आबादी वाले क्षेत्र गंज बाजार, करूला, बंगला गांव में झूलते तार तो मात्र बानगी हैं। शहर में घनी आबादी वाली कई बस्ती हैं जहां तारों को बांधने के लिए खंभे भी नहीं हैं। लोगों के छज्जों के कुंडों में बांधकर काम चलाया जा रहा है।  करूला में गागन वाली मैनाठेर निवासी कड्डे अली की मौत के समय नीचे गिरे तारों में अनगिनत जोड़ थे। मगर हादसे के बाद भी इन्हीं जर्जर तारों को फिर से जोड़कर आपूर्ति बहाल कर दी गई। गुलाबबाड़ी चुंगी के पास अभी भी तार यूं ही झूल रहे हैं।

घरेलू बिजली कनेक्शन पर चार्ज की जा रही ई-रिक्शा
विभागीय अधिकारियों की मेहरबानी से घरेलू कनेक्शन पर ई-रिक्शा चार्ज की जा रही हैं। लोगों ने घरों में अवैध ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन बना रखे हैं। विभाग ने रोजाना चेकिंग की मगर इन अवैध चार्जिंग स्टेशनों पर अंकुश नहीं लग सका। करूला क्षेत्र में एकाध नहीं बल्कि कई दर्जन ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन अवैध रूप से चल रहे हैं। इसके अलावा चक्कर की मिलक, बंगला गांव और पुराने शहर में भी लोगों घरों में ई-रिक्शा चार्जिंग कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें :  मुरादाबाद : पैसा खत्म होने से नए भवन का निर्माण अटका,  2019 में मिली थी मंजूरी