अधिक सुविधाजनक परिवहन के लिए रेलवे को आधुनिक डिजिटल तकनीक अपनानी चाहिए: राष्ट्रपति 

अधिक सुविधाजनक परिवहन के लिए रेलवे को आधुनिक डिजिटल तकनीक अपनानी चाहिए: राष्ट्रपति 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रेलवे को सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक, समय का बचत करने वाली और उच्च गुणवत्ता की परिवहन सेवा के लिए आधुनिक डिजिटल तकनीक अपनाने के साथ-साथ उन्नत सुविधाओं को जोड़ने के लिए नये उपायों की खोज करनी चाहिए।

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यहां राष्ट्रपति भवन में भारतीय रेलवे के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जनता की यात्रा आरामदेह हो ताकि वे अपने साथ अच्छी याद लेकर जायें। परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ आप को दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों की जरूरतों और उन्हें सुरक्षित और आरामदेह यात्रा अनुभव कराने पर ध्यान देने की जरूरत है।

भारतीय रेलवे को खाई पाटने और समावेशी आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में अहम भूमिका निभानी है।’’ मुर्मू ने कहा कि आज भारत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ रहा है और देश में लोगों और माल की आवाजाही अब और अधिक हो रही है। उन्होंने कहा कि यह भविष्य में और बढ़ने वाला है।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘भारतीय रेलवे को सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक, समय का बचत करने वाली और उच्च गुणवत्ता की परिवहन सेवाओं के लिए आधुनिक डिजिटल तकनीक अपनाने के साथ-साथ उन्नत सुविधाओं को जोड़ने के लिए नये उपायों की खोज करनी चाहिए।’’ राष्ट्रपति ने इस बात का भी उल्लेख किया कि रेलवे सेवा में महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।

मुर्मू ने कहा, ‘‘महिलाओं को भी रेलवे सेवा को अपनाना चाहिए। मैं समझती हूं कि आप इस तथ्य से अवगत हैं कि भारतीय रेलवे देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है। रेलवे को महिलाओं के उस मूल्यवान योगदान की उचित हिस्सेदारी से क्यों वंचित रहना चाहिए जो वे कर सकती हैं और कई क्षेत्रों में कर भी रही हैं?’’ उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ के 56 फीसदी भाग पर काम पूरा हो चुका है।

मुर्मू ने कहा इनसे निष्पादन और परिवहन क्षमता बढ़ जाएगी और यह माल परिवहन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के साथ रेलवे नेटवर्क को रूपांतरित करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि इन कॉरिडोर से माल परिवहन और आवाजाही की लागत भी काफी कम हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि पीएम गति शक्ति ‘मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी’, हाइपरलूप आधारित परिवहन, हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं, चार धाम रेल परियोजना और सेतु भारतम जैसे कई कार्यक्रम देश में औद्योगिक, व्यावसायिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने जा रहे हैं।

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