धर्मांतरण का खेल: इस्लाम व बौद्ध धर्म के अलंबदार भी निशाने पर, जानें क्या है पूरा मामला 

धर्मांतरण का खेल: इस्लाम व बौद्ध धर्म के अलंबदार भी निशाने पर, जानें क्या है पूरा मामला 

अमृत विचार, फतेहपुर। जिले में ईसीआई चर्च जुड़े धर्मांतरण के प्रकरण में  शासन द्वारा रिपोर्ट मांगने से जांच-पड़ताल की दिशा में  नया मोड़ आ गया है। एक तरफ जहां ईसाई मिशनरी के क्रियाकलापों को लेकर पुलिस की जांच निर्णायक दिशा में आगे बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ इस्लाम या बौद्ध धर्म अपनाने वाले लोग भी निशाने पर आ गए हैं। पुलिस प्रशासन ने इन सभी की रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजनी शुरू कर दी है। इससे  साफ है कि धर्मांतरण के मकड़जाल पर आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। 

पिछले एक पखवाड़े से जिले में ईसीई मिशनरियों द्वारा कराए गए धर्मांतरण का मामला सुर्खियों में है। लेकिन शासन द्वारा इस्लाम व बौद्ध धर्म  अपनाने वाले लोगों से संबंधित मांगी गई रिपोर्ट ने जिला प्रशासन को बेचैनी में डाल दिया है। बताते हैं कि इस्लाम और बौद्ध धर्म में कथित धर्मांतरण से संबंधित तमाम शिकायतें पिछले दिनों कुछ लोगों द्वारा की गई थीं। इनका अभी तक निस्तारण नहीं हो पाया है। 

इस बीच शिकायतकर्ताओं द्वारा लगातार शासन और प्रशासन को रिमाइंडर पत्र भेजे जाने के बाद  शासन मामले को लेकर गंभीर हो गया है। इसी कारण जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से शासन ने रिपोर्ट तलब की है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि एक दर्जन से अधिक ऐसी रिपोर्टें शासन को भेजी गई हैं, जिसमें उन लोगों का उल्लेख है, जिन्होंने बीते 10 वर्षों में इस्लाम, बौद्ध धर्म या ईसाई धर्म अपनाकर विभिन्न तरीके की फंडिंग हासिल की है और इस फंडिंग को लेकर अनियमितताएं भी की गई हैं। फंडिग के ऐसे प्रकरणों की जिला प्रशासन गोपनीय तरीके से जांच करा रहा है। जिला प्रशासन जल्द ही इस मामले का निस्तारण करने में लगा है। 

इसी कारण अल्पसंख्यक अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी काम पर लगाने के अलावा  खुफिया विभाग को भी जांच सौंपी गई है। पुलिस पहले से ही इन मामलों की जांच पड़ताल में जुटी है।  शासन द्वारा मांगी जा रही रिपोर्टों के चलते जिले में ईसाई मिशनरी के साथ इस्लाम व बौद्ध धर्म में हुए धर्मांतरण के खिलाफ भी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।  सूत्रों का कहना है कि सारी जांच गोपनीय तरीके से हो रही है, लेकिन माना जा रहा है कि तमाम प्रभावशाली लोग  लपेटे में आ सकते हैं।

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