हल्द्वानी: यूओयू को पुनर्वास पेशेवरों के विकास में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए मिला राष्ट्रीय सम्मान

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) हल्द्वानी को देश में पुनर्वास पेशेवरों के विकास में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण दिवस के मौके पर शनिवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यूओयू के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार प्रदान किया।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्र द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार के अलावा यूओय विशेष शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष व सहायक प्राध्यापक सिद्धार्थ कुमार पोखरियाल भी मौजूद रहे।
यूओयू के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए कहा कि इस दिन को विश्वविद्यालय के स्वर्णिम दिवस के रूप में माना जाएगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार 2021 के लिए देश के विभिन्न राज्यों से कुल 844 संस्थानों व संगठनों ने आवेदन किया था, उनमें से यूओयू का चयन सर्वश्रेष्ठ संगठन के रूप में होना विश्वविद्यालय के लिए ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए गौरव की बात है।
कहा कि यूओयू के विशिष्ट शिक्षा के पाठ्यक्रमों की देश में मांग है। इसी कारण देश के अनेक राज्यों केरल, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, जम्मू कश्मिर, असम, प. बंगाल, उत्तर प्रदेश तथा हिमांचल प्रदेश के छात्र-छात्रायें यहां अध्ययनरत हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अनुभाग के प्रभारी डॉ. राकेंश चंद्र रयाल समेत शिक्षक एवं कर्मचारियों ने खुशी जाहिर की है।