बरेली: डॉक्टर और आशा वर्कर पर एक साल बाद हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में रिपोर्ट दर्ज
डॉक्टर की लापरवाही से गई थी जच्चा-बच्चा की जान, आशा वर्कर ने कमीशन के कारण कराया था प्राइवेट अस्पताल में भर्ती
बरेली, अमृत विचार। अब से एक साल पहले डाक्टर और आशा वर्कर की लापरवाही से जच्चा और बच्चा की मौत हो गई थी। इस मामले में मीरगंज मामले में न्यायालय के आदेशा के बाद डॉक्टर और आशा वर्कर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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मीरगंज थाना क्षेत्र के करमपुर के रहने वाले शिव नारायण पुत्र ओमकार का आरोप है कि बीते साल 18 जुलाई को 2021 को पत्नी भाग्यवती को प्रसव पीड़ा हुई थी। 108 पर शिवनारायण ने कॉल कर एंबुलेंस बुला ली। आरोप है कि ग्राम करमपुर की रहने वाली महिला आशा वर्कर कीर्ति पत्नी अर्जुन सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र मीरगंज में पत्नी को ना ले जाकर मीरगंज के अल हयात में अपने निजी स्वार्थ के लिए भर्ती करा कराया गया था। जहां शिवनारायण से दस हजार रुपये तत्काल जमा करा लिए गए।
इसके बाद 25 हजार रुपये का और इंतजाज करने के लिए कहा गया। आरोप है कि पैसे जमा करने में देरी होने पर डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती। इस दौरान भाग्यवती ने एक पुत्र को जन्म दिया। आरोप है कि लापरवाही की वजह से जच्चा और बच्चा दोनों की अस्पताल में मौत हो गई।
आरोप है कि डॉक्टर गुलफाम और आशा वर्कर कीर्ति ने युवक पर दबाव बनाकर जच्चा बच्चा का अंतिम संस्कार करा दिया। इसके बाद से ही लगातार पीड़ति थाने और पुलिस अफसरों के दरबार में न्याय की गुहार लगाता रहा। लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद पीड़ित ने न्यायालय की शरण लेकर दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
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