Nepalese general election 2022: मतदान को बनाए सफल, नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा की नागरिकों से अपील
काठमांडू। चुनावों को लोकतांत्रिक प्रणाली की आत्मा बताते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को होने वाले संसदीय तथा प्रांतीय चुनाव को सफल बनाने की मतदाताओं से अपील की है। नेपाल में संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए मतदान एक चरण में 20 नवंबर को होगा। देश के सात प्रांतों में 1.79 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में 165 का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से और बाकी 110 का आनुपातिक पद्धति से होगा। इसी तरह प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में 330 का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से और शेष 220 का आनुपातिक पद्धति से होगा।
देउबा ने मतदान से पहले को प्रसारित एक वीडियो संदेश में जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमें संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य प्रणाली को मजबूत करते हुए देश को समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतांत्रिक प्रणाली की आत्मा है और सभी नेपाल वासियों को 20 नवंबर के ऐतिहासिक तथा प्रांतीय विधानसभा चुनावों को सफल बनाना चाहिए। देउबा (76) ने कहा, ‘‘नेपाली कांग्रेस देश में अतीत में हुए सभी सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन में अग्रणी रही है और अब देश को समृद्धि की ओर ले जाने की जिम्मेदारी नेपाली कांग्रेस की है।’’ नेपाल में पांचवीं बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे देउबा ने कहा कि उनकी सरकार युवाओं के लिए काम करेगी।
सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल सीपीएन-माओवादी सेंटर के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने 20 नवंबर के चुनाव को प्रगतिशील तथा दमनकारी ताकतों के बीच जनमत संग्रह बताया। दहल ने एक वीडियो संदेश में सभी मतदाताओं से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने और गठबंधन को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक जनता की पहुंच के माध्यम से नेपाल को समृद्ध बनाने और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर आ गयी है।’’ इस बीच, सत्तारूढ़ गठबंधन के चार प्रमुख दलों के अध्यक्षों ने मतदाताओं से आम चुनाव को राष्ट्रीय महोत्सव मानने और मतदान प्रक्रिया में भाग लेने का आह्वान किया है।
उन्होंने एक संयुक्त बयान में सभी मतदाताओं से वाम-लोकतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवारों को चुनाव में विजयी बनाने की अपील की है। इन नेताओं में देउबा, दहल, सीपीएन (यूनीफाइड सोशलिस्ट) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल तथा राष्ट्रीय जनमोर्चा के अध्यक्ष चित्र बहादुर केसी शामिल हैं। नेताओं ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान गठबंधन के पक्ष में राष्ट्रीय स्तर पर जन समर्थन की लहर है। नेपाल के निर्वाचन आयोग ने मतदान सुगमता से संपन्न कराने के लिए अनेक कदमों की घोषणा की है जिनमें नेपाल-भारत सीमा को बंद करने, मतदान केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाने और हवाई गश्त शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता शालिग्राम शर्मा पौडयाल ने कहा, ‘‘चुनाव के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमाओं को पहले ही बंद कर दिया गया है और मतदान संपन्न होने के बाद उन्हें फिर खोला जाएगा।’’ उन्होंने यह भी बताया कि भारत, भूटान, बांग्लादेश और मालदीव के मुख्य निर्वाचन आयुक्त अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में यहां पहुंच रहे हैं। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में चुनाव आयोग के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल 18 नवंबर से 22 नवंबर तक नेपाल में राजकीय मेहमान के रूप में रहेगा।
ये भी पढ़ें:- सऊदी अरब जाने वाले भारतीयों के लिए खुशखबरी, वीजा के लिए अब नहीं देना होगा पुलिस रिपोर्ट